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मध्य प्रदेश

मंत्री पटेल ने किया विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन

नरसिंहपुर

पंचायत एवं ग्रामीण विकास व श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल नरसिंहपुर जिले की ग्राम पंचायत उमरिया, तिंदनी एवं नयाखेड़ा में विभिन्न लोकार्पण एवं भूमि-पूजन के कार्यक्रमों में शामिल हुए। जनपद पंचायत करेली की ग्राम पंचायत उमरिया में आवास पखवाड़ा कार्यक्रम में मंत्री पटेल ने हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण के स्वीकृति पत्रों का वितरण किया। उन्होंने यहां 65 लाख रुपये की लागत से बनने वाले उप स्वास्थ्य केन्द्र और 3 लाख 30 हजार रुपये लागत की सीसी रोड का भूमिपूजन किया। इसके अलावा मंत्री पटेल ने नाली निर्माण कार्य का उदघाटन भी किया।

मंत्री पटेल ने कार्यक्रम में ग्रामीणों से कहा कि उप स्वास्थ्य केन्द्र का भूमिपूजन आज किया जा रहा है। शीघ्र ही यह निर्मित होकर संचालित होने लगेगा। इसके लिए आप सभी को बधाई। निर्माण बाद इस स्वास्थ्य केन्द्र के संचालन की जिम्मेदारी आपकी है। यहां बच्चों एवं महिलाओं की विभिन्न जांचे, टीकाकरण, नि:शुल्क दवाईयों की उपलब्धता होगी, जिससे आपको अन्यत्र इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा। भवन की सार्थकता तभी होती है, जब उसका ठीक से सदुपयोग किया जाये। उन्होंने कहा कि सीसी रोड का भी भूमिपूजन हुआ है। इसके बन जाने से लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी।

मंत्री पटेल ने कहा कि आवास पखवाड़ा एवं स्वच्छता संवाद के कार्यक्रम आज आयोजित हुए हैं। इसका उद्देश्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक एवं प्रेरित करना है। हमारी यह जिम्मेदारी है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के लिए कचरा प्रबंधन भली-भांति हो। जल संरक्षण, वॉटर हार्वेस्टिंग, पौध-रोपण एवं कचरे के प्रबंधन को दृष्टिगत रखते हुए कार्य करना होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्ति मिली है। गांव में केवल शौचालयों का बन जाना ही काफी नहीं होता है, हमें यह भी देखना जरूरी होता है कि इसका गंदा पानी कहां मिल रहा है। गंदे पानी के प्रबंधन के लिए समाज को एकजुट होना होगा। गांव सुंदर और स्वच्छ तभी बनते हैं, जब वहां जल एवं मल की निकासी की बेहतर व्यवस्था हो। मां नर्मदा के तट पर बसे गांवों से गंदा जल नदी में न मिले, इसके लिए हमें विचार करना होगा। गंदे पानी का भी उपयोग हो सकता है, यह बात हमें लोगों के सामने रखनी होगी। ग्रामीण इलाकों में घरों से निकले गंदे पानी को रिसाईकिल कर उसका उपयोग किया जा सकता है, जिससे गांव में जल जनित बीमारियों को फैलने से रोका जा सकेगा। गांव के विकास की संकल्पना गांव का व्यक्ति ही कर सकता है। इसके लिए वर्ष भर में किये जाने वाले कार्यों का वार्षिक एक्शन प्लान गांव के लोगों द्वारा तैयार किया जाये।

मंत्री पटेल ने कहा कि मुझे यह कहने में खुशी है कि हमारे पूर्वज स्वच्छता के प्रति ज्यादा गंभीर थे। हमारे घरों के शौचालयों एवं रसोई घर का पानी कभी एक साथ- एक स्थान पर नहीं मिला है और ना ही रसोई घर के पानी को हमने सड़कों पर फेंका है। कुछ दशकों पूर्व गांवों में घूरे (कूड़ेदान) हुआ करते थे, जहां हम अपने घरों से निकलने वाले कचरे को संग्रहीत करते थे। इसका उपयोग बाद में खाद के रूप में किया जाता था। यहां ग्रामीणों ने गौ-अभयारण्य बनाने की बात मंत्री पटेल से की, जिस पर उन्होंने कहा कि गौ अभ्यारण के लिए जगह चिन्हित की जाये। गौ-अभयारण्य बनाना ही काफी नहीं होता, बल्कि वहां गौ-वंशों को रखना, उनकी सुरक्षा एवं उनके चारे- पानी की व्यवस्था भी करनी होती है। उन्होंने बताया कि दमोह जिले में जरारु गौ-अभयारण्य का संचालन बेहतर तरीके से किया जा रहा है, जो सबके लिए उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।

ग्राम पंचायत नयाखेड़ा में मंत्री पटेल ने 21 लाख रुपये की लागत से बनाये गये नयाखेड़ा से टपरिया टोला पहुंच मार्ग का भी लोकार्पण किया। इसके अलावा तिंदनी में शेढ़ नदी पर निर्मित नरसिंहपुर- सिमरिया-तिंदनी मार्ग उच्च स्तरीय पुल का भी लोकार्पण किया। इसकी लम्बाई 150 मीटर है। साथ ही नयाखेड़ा- इमलिया- गरगटा- गरारू मार्ग पर उच्चस्तरीय पुल का भी लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि पुल बन जाने से लोगों को अब काफी राहत मिलेगी। नरसिंहपुर जिला मुख्यालय का फासला कम हुआ है। अब बगैर किसी परेशानी के लोग आसानी से आवागमन कर सकते हैं। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

 

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