राजनांदगांव : देवउठनी एकादशी पश्चात मांगलिक कार्य प्रारंभ – लाल जे के वैष्णव
राजनांदगांव । कार्तिक मास देवउठनी एकादशी को रियासत कालीन रानी मंदिर छुईखदान में तुलसी शालिग्राम विवाह देवउठनी एकादशी धूमधाम हर्षोल्लास एवं आतिशबाजी से मनाया गया । मंदिर समिति के संरक्षक लाल जे .के . वैष्णव ने जानकारी दी कि गोधुलि बेला मंदिर प्रांगण में तुलसी चौरा के आसपास मंडप सजाकर भगवान श्री गोपाल जी तुलसी शालिग्राम शिला को सिंहासन चौकी में विराजमान कर मौलीधागा, रेशमी कपड़े चारों कोने में गन्ना बांधकर दीपक जलाकर संस्कृत के मंत्रों उच्चारण से तुलसी शालिग्राम विवाह कर उत्तीष्ठ गोविन्द के मंत्रों द्वारा परिक्रमा किया गया एवं एकादशी महत्तम पाठ किया गया । भगवान की आरती पूजा पश्चात मौसमी फल , कंदमूल , आंवला पीढ़ीकांदा , सिंघाड़ा , चने की भाजी चढ़ाकर धूप दीप सात परिक्रमा पूजा कर विभिन्न व्यंजनों का भोग लगाकर विधि-विधान से पूजा कर प्रसाद वितरण किया गया । इस अवसर पर पुजारी अनिल रानी मंदिर, सुप्रिया सचिन महोबिया , संध्या मधुकर महोबिया , नेहा मुकेश महोबिया , दिनेश महोबिया ,सपना काजल महोबिया, लतारानी लाल जे के वैष्णव , लाल सूर्याशीष वैष्णव विकासआनंद , योगेश महोबिया, आशुतोष , गायत्री महोबिया , गुड्डी महोबिया , करण सिंह पत्रकार , अरविन्द शर्मा , प्रकाश जैन बघमार , शिवेन्द्र किशोर अधिवक्ता , जितेन्द्र,पल महोबिया, लावण्या महोबिया, आकांक्षा सुनील उपाध्याय, मंगलीन यादव, मेघा, चंचल, वीणा, वान्या नरेश यादव सहित बड़ी संख्या में भक्त गण उपस्थित रहे ।
वैष्णव समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लाल जे के वैष्णव ने कहा कि देवउठनी एकादशी पूजा पश्चात सभी मांगलिक कार्य प्रारंभ होता है। देवउठनी एकादशी पर्व 2024 में मंदिर परिसर में रंगोली सहित पारम्परिक, छत्तीसगढ़ संस्कृति को बचाए रखने बड़ों के साथ बाल गोपाल छोटे बच्चों द्वारा मंदिर में राऊत नाच का मनमोहक बहुत सुंदर प्रस्तुति दिया गया ।