खैरागढ़ : अवैध भंडराण पर करने वाले 12 व्यापारियों से 627 कट्टा धान जब्त
खैरागढ़, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशानुसार प्रदेश सहित जिले में आगामी 14 नवंबर से समर्थन मूल्य में धान खरीदी शुरू हो रही है। जिसे लेकर प्रशासन ने चाक चौबंध व्यवस्था की है। कलेक्टर चन्द्रकांत वर्मा के मार्गदर्शन में प्रशासनिक टीम भी सतर्कता के साथ अवैध धान भंडारण और परिवहन पर नजर जमाई हुई है। साथ ही मंडी अधिनियम की अवहेलना करने पर कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में राजस्व, खाद्य एवं सहकारिता की टीम द्वारा क्षमता से अधिक धान का अवैध भंडारण करने वाले खैरागढ़ और छुईखदान अनुविभाग के व्यापारियों पर कार्रवाई कर 627 कट्टा धान की जब्ती बनायी गई है।
कलेक्टर श्री वर्मा के निर्देशानुसार राजस्व, खाद्य एवं सहकारिता सहित अन्य टीम के द्वारा खैरागढ़ अनुविभाग के ग्राम दिलीपपुर में फुटकर अनाज व्यापारी कमलेश वर्मा की दुकान से 22 कट्टा सरना धान, ग्राम भीमपुरी में फूटकर व्यापारी जागेश्वर साहू से 30 कटृटा धान, बाजार अतरिया के थोक व्यापारी अगर चंद पारख से 43 कटृटा धान और फूटकर व्यापारी घेवरचंद जैन के पास से 226 कटृटा धान को मंडी अधिनियम के तहत जब्ती कर प्रकरण तैयार किया गया। इसी तरह छुईखदान अनुविभाग में छुईखदान के व्यापारी लोकेश से 50 कटृटा धान, ग्राम रामपुर में रवि प्रकाश कुमार से 22 कट्टा, ग्राम साल्हेवारा में कन्हैया से 30 कट्टा, ग्राम सरोधी में रामकुमार से 50 कट्टा, ग्राम जामगांव में मनीराम से 72 कट्टा, ग्राम रामपुर में इंद्रामन से 30 कट्टा, ग्राम रामपुर में रविप्रकाश से 20 कट्टा और ग्राम जांमगांव में बहादुर पटेल से 32 कट्टा धान की मंडी अधिनियम के तहत जब्ती बनायी गई है।
कलेक्टर चन्द्रकांत वर्मा ने शासन की मंशानुसार समर्थन मूल्य में धान खरीदी को लेकर सभी निगरानी दलों, नोडल तथा राजस्व अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि धान के अवैध परिवहन एवं संग्रहण पर लगातार कार्यवाही हो। गौरतलब है कि जिले में अवैध धान की आवक को रोकने के लिए टीम गठित कर कोचियों एवं बिचौलियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। निर्बाध तरीके से खरीदी कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है, वही नियमों की अवहेलना करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर तहसीलदार खैरागढ़ मोक्षदा देवांगन, नायाब तहसीलदार मोहन लाल झारिया, फूड इंस्पेक्टर विनोद सागर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी—कर्मचारी मौजूद थे।