छत्तीसगढ़राजनांदगांव जिला

सफलता की कहानी : पेमीन बनी गृहिणी से कृषक, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से मिली सहायता

केला और पपीता की खेती से बनी आत्मनिर्भर

राजनांदगांव 14 दिसम्बर। छुईखदान विकासखंड के ग्राम पेण्डरवानी की श्रीमती पेमीन साहू कृषि कार्य कर रही हैं। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बिहान से जुडऩे पर उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है और आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।

उन्होंने बताया कि वे गृहिणी हैं और उनके पास 6 एकड़ जमीन है, जिसमें वे धान की फसल लगाती थी। खेती में दिनभर काम करने के बाद भी उन्हें समय नहीं मिल पा रहा था। मां बम्लेश्वरी रिद्धि-सिद्धि स्वसहायता समूह से जुडऩे पर उनमें परिवर्तन आया। उन्होंने उद्यानिकी फसल लेने के लिए समूह से एक लाख 50 हजार रूपए का ऋण लिया और केले एवं पपीते की खेती प्रारंभ की। व्यापक पैमाने पर केले और पपीते का उत्पादन होने पर उन्हें फायदा हुआ और उनके यहां का केला और पपीता गंडई, राजनांदगांव, दुर्ग, भिलाई एवं महाराष्ट्र तक जा रहा है।

उन्हें प्रतिवर्ष लगभग 2 लाख रूपए की आय हो रही है। उन्होंने बताया कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहती है और जेसीबी मशीन खरीदना चाहती है तथा मिनी राईस मिल खोलना चाहती हैं।

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