CG : 2025 से स्कूलों में नया पाठ्यक्रम, पहली दूसरी, तीसरी व छठवीं की बदलेंगी किताबें
रायपुर, प्रदेश के स्कूलों में अगले सत्र 2025-26 से नया पाठ्यक्रम लागू होगा। कक्षा पहली, दूसरी, तीसरी और छठवीं की पूरी किताबें बदल जाएगी। नई किताबें लिखने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कुल 33 किताबें तैयार की जा रही है। इसमें हिंदी व इंग्लिश दोनों माध्यम कि पुस्तकें हैं। जानकारों का कहना है कि पहली से बारहवीं का पूरा कोर्स बदलेगा।
चरणबद्ध तरीके से बदलाव किया जाएगा। अगले साल चार कक्षाओं का कोर्स बदलेगा। फिर 2026-27 के सत्र से तीन-चार अन्य कक्षाओं की किताबें बदलेंगी। दो-तीन साल में स्कूली पाठ्यक्रम की सारी बुक चेंज हो जाएगी।
यह पूरा बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत हो रहा है। इसकी अनुशंसा के आधार पर पाठ्यक्रम तैयार हुआ और अब किताबें लिखी जा रही है। अगले कुछ महीनों में किताबें लिखने का काम पूरा हाेने की संभावना है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) से कुल 33 किताबें तैयार की जा रही है।
पहली में हिंदी माध्यम की तीन और इंग्लिश मीडियम की एक यानी कुल 4 किताबें लिखी जा रही है। कक्षा दूसरी में भी इतनी ही पुस्तकें तैयार की जा ही है। तीसरी में हिंदी मीडियम की 6 और अंग्रेजी माध्यम की 4 किताबें लिखने का काम चल रहा है। जबकि छठवीं में हिंदी में 9 और इंग्लिश में 6 यानी कुल 15 पुस्तकें तैयार हो रही है।
छठवीं के छात्र आर्ट, योगा और वोकेशनल भी पढ़ेंगे छठवीं में अगले साल छात्र छह नहीं बल्कि नौ किताबें पढ़ेंगे। पिछले साल की तरह की हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत, गणित, सामाजिक विज्ञान और विज्ञान की किताबें तो रहेंगी। इसमें तीन और नई किताबें आर्ट एजुकेशन, योगा और वोकेशनल को शामिल किया जाएगा। वोकेशनल में लघु उद्योग समेत अन्य के बारे में पढ़ेंगे। कक्षा तीसरी में छात्र चार की जगह छह किताबें पढ़ेंगे। हिंदी, इंग्लिश, गणित के अलावा पर्यावरण पिछले साल भी था। इस बार में इनकी बुक के अलावा आर्ट एजुकेशन और योगा भी पढ़ेंगे।
एनईपी में स्थानीय बोलियों भाषाओं पर ज्यादा फोकस अफसरों का कहना है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार यह किताबें तैयार की जा रही है। इसमें स्थानीय बोलियों एवं भाषाओं पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। इसी तरह कोर्स को आओ करके सीखे के अनुसार तैयार किया गया है। नेशनल कॅरिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) के तहत गणित व विज्ञान के कोर्स जैसा है, उसके अनुसार ही यहां किताबें लिखी जाएगी। इसमें थोड़ा ही बदलाव होगा। जबकि सामाजिक विज्ञान, लैग्वेज की किताबों में राज्य के अनुसार 20 से 30 प्रतिशत तक बदलाव होगा।
प्रदेश में इस साल यूजी फर्स्ट ईयर की किताबें बदलीं यूजी फर्स्ट ईयर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हो चुकी है। सत्र 2024-25 के अनुसार पढ़ाई हो रही है। बीए, बीकॉम, बीएससी, बीसीए, बीबीए समेत अन्य की किताबें बदली है। जिन विषयों का सिलेबस बदला उनमें गणित, फिजिक्स, केमिस्ट्री, जियोलॉजी, एंथ्रोपोलॉजी, बॉटनी, बायोटेक, माइक्रोबायोलॉजी, फारेस्ट्री एंड वाइल्ड लाइफ, कंप्यूटर साइंस, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, इतिहास, लोक प्रशासन, राजनीति विज्ञान, भूगोल, गृह विज्ञान, अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत समेत अन्य विषय शामिल है।