राजनांदगांव : गुजराती स्कूल प्रबंधन पर प्राचार्य व शिक्षकों ने लगाए गंभीर आरोप
राजनांदगांव. शहर के गौरवपथ किनारे संचालित गुजराती राष्ट्रीय उच्चतर माध्यमिक शाला प्रबंधन पर उनके ही प्राचार्य व शिक्षकों ने आर्थिक अनियमिता के गंभीर आरोप लगाए हैं। प्राचार्य डॉ. डीआर नावेलकर सहित स्कूल के सभी शिक्षक व अन्य स्टाफ ने मंगलवार को प्रेसवार्ता आयोजित कर शाला प्रबंधन द्वारा किए जा रहा आर्थिक गड़बड़ी के संबंध में साक्ष्य सहित जानकारी दी।
प्रेसवार्ता में प्राचार्य डॉ. नावेलकर ने बताया कि स्कूल प्रबंधन द्वारा शिक्षक शुल्क दुरुपयोग किया जा रहा है। स्कूल के शिक्षकों को कम वेतन देकर उनके ईपीएफ की राशि को भी गबन कर लिया गया है। इस मामले की शिकायत तहसीलदार व जिला प्रशासन से करने के बाद भी अब तक कोई जांच या कार्रवाई नहीं की जा रही है। वहीं स्कूल प्रबंधन द्वारा शिकायत को वापस लेने के लिए उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। इस तरह प्रबंधन द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। प्राचार्य व शिक्षकों ने कहा कि वे अपने हक की लड़ाई के लिए किसी भी हाल में पीछे नहीं हटेंगे। जरूरत पड़ी तो वे कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएंगे। बता दें कि प्राचार्य और शिक्षकों का स्कूल प्रबंधन से पुराना विवाद चल रहा है। इस मामले को लेकर पिछले दिनों बच्चों ने भी विरोध प्रदर्शन किया था। इससे उनकी पढ़ाई बाधित रही।
विभिन्न सुविधाओं से किया जा रहा वंचित
प्राचार्य व शिक्षकों ने बताया कि पीएफ राशि उनके खाते में नहीं आ रहा है। प्रबंधन द्वारा पीएफ कार्यालय को स्कूल स्टाफ का फर्जी वेतन चार्ज बनाकर दिया गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिक्षकों के 60 प्रतिशत राशि पर पीएफ काटा जा रहा है, जो कि नियम विपरीत है। इस तरह प्रबंधन द्वारा वहां कार्यरत कर्मचारी व उनके परिवारों को उनकी वृद्धावस्था, दुर्बलताओं के साथ उनकी असामायिक मृत्यु के मामले में भविष्य निधि, बीमा और पेंशन के रूप में सामाजिक सुरक्षा लाभ से वंचित किया जा रहा है।