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छत्तीसगढ़रायपुर जिला

CG: ग्रामीण भारत की बेटियों को ‘प्रोजेक्ट पंछी’ के माध्यम से सशक्त बना रहा वेदांता एल्युमीनियम

रायपुर, भारत में एल्युमीनियम के सबसे बड़े उत्पादक वेदांता एल्युमीनियम ने अंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस के अवसर पर अपनी परिवर्तनकारी पहल ‘प्रोजेक्ट पंछी’ की सफलता को उजागर किया। वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के दूरदर्शी नेतृत्व में शुरू हुई इस अनोखी भर्ती पहल का लक्ष्य भारत के आर्थिक रूप से कमजोर समुदायों की 1,000 युवा लड़कियों को सशक्त बनाना है।
मार्च 2023 में शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट के तहत वेदांता एल्युमीनियम ने ओडिशा और छत्तीसगढ़ के ग्रामीण जिलों की 190 लड़कियों को पहले ही रायगढ़ की ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी में बी.कॉम, बीबीए, बी.एससी और बी.टेक जैसे अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम्स में दाखिला दिलाया है।
प्रोजेक्ट पंछी, बेटियों में स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे रहा है, जिसके माध्यम से वंचित परिवारों की लड़कियों को घर से बाहर निकलकर आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। यह पहल उन महत्वपूर्ण शैक्षिक चुनौतियों का समाधान कर रही है जिनका सामना कमजोर समुदायों की बेटियों को करना पड़ता है। एक हक़ीकत यह भी है कि इनमें से कई लड़कियाँ, जो पहली पीढ़ी की शिक्षार्थी हैं, ने इस पहल के जरिए अपनी स्कूली शिक्षा के अंतिम चरण तक पहुँचने में आने वाली बड़ी बाधाओं से निजात पाई है। यह पहल खासकर उन लड़कियों की शैक्षिक और रोजगार की जरूरतों पर ध्यान देती है, जो वित्तीय और सामाजिक बाधाओं के कारण आगे की पढ़ाई और सफल करियर को छोड़ सकती हैं। इसमें कोई दोराय नहीं कि वेदांता एल्युमीनियम बेटियों की अपार क्षमता को पहचानता है और उन्हें शिक्षा व समान अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर वेदांता एल्युमीनियम के सीईओ, जॉन स्लावेन ने कहा, “वेदांता एल्युमीनियम में हम शिक्षा और सशक्तिकरण को बदलाव का उत्प्रेरक मानते हुए इसके प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। हमारी पहलें न केवल युवा महिलाओं को अपने जुनून को आगे बढ़ाने में सक्षम बनाती हैं, बल्कि उन्हें बाधाओं को तोड़ने और अपने एवं अपने परिवारों के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने में भी मदद करती हैं। हमारा लक्ष्य 2030 तक अपने कार्यबल में 30% महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना है, और इसके लिए हम अपने इस मिशन पर पूरी तरह अडिग हैं कि कुछ ऐसे अवसर प्रदान किए जाएं, जो आकांक्षाओं को प्रेरित करें और समुदायों को आगे बढ़ाएं।”
प्रोजेक्ट पंछी की एक उम्मीदवार, लक्ष्मी प्रधान ने कहा, “पिछले छह महीनों में प्रोजेक्ट पंछी के साथ, मैंने न केवल अपनी शैक्षणिक जानकारी को बढ़ाया है बल्कि कई एक्स्ट्रा करिकुलम गतिविधियों में भी भाग लिया है। उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली अपने परिवार की पहली बेटी होने के नाते, मुझे इस बात की खुशी है कि मुझे अपने परिवार के भविष्य और सफलता में योगदान देने का मौका मिल रहा है।”
चयनित छात्राओं में से एक के पिता बेनु महार ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, “मैं वेदांता एल्युमीनियम का दिल से आभारी हूँ, जिन्होंने इस अद्भुत पहल की शुरुआत की। इसने न केवल मेरी बेटी को उसके जुनून को आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बनाया है, बल्कि उसे अपने सपनों का पीछा करने के लिए आवश्यक साधन और आत्मविश्वास भी दिया है। यह वाकई प्रेरणादायक है कि एक कंपनी इस तरह से पूरे दिल से युवा महिलाओं की शिक्षा और आकांक्षाओं में निवेश कर रही है।”
प्रोजेक्ट पंछी के अलावा, वेदांता एल्युमीनियम कॉलेज से निकलने वाली युवा महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और समावेशी कार्यस्थल बनाने के लिए भी समर्पित है। ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ जैसी पहलों के माध्यम से, कंपनी महिलाओं को अपनी स्मेल्टर ऑपरेशनों में नाइट शिफ्ट में काम करने का अवसर देती है, साथ ही, महिलाओं को प्रमुख प्लांट ऑपरेशन्स में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाने के लिए सशक्त बनाते हुए लचीलेपन को बढ़ावा दे रही है। यह प्रतिबद्धता वेदांता एल्युमीनियम के एक समावेशी और समान कार्यबल को बढ़ावा देने की दिशा में समर्पण को दर्शाती है, साथ ही अपने कर्मचारियों की सुरक्षा और भलाई को सुनिश्चित करते हुए महिलाओं के सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने पर भी प्रकाश डालती है। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक अपने कार्यबल में 30% महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना है।
गौरतलब है कि वेदांता लिमिटेड का एक व्यवसाय वेदांता एल्युमीनियम, भारत का सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है, जो वित्त वर्ष 24 में भारत के आधे से अधिक एल्युमीनियम, यानी 2.37 मिलियन टन का उत्पादन कर रहा है। यह मूल्य-संवर्धित एल्युमीनियम उत्पादों में सबसे आगे है, जिनका उपयोग मुख्य उद्योगों में महत्वपूर्ण रूप से किया जाता है। वेदांता एल्युमीनियम, एल्युमीनियम उद्योग के लिए एस एंड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2023 में वैश्विक रैंकिंग में पहले स्थान पर है, जो इसके प्रमुख सतत विकास से जुड़ी प्रथाओं को दर्शाता है। भारत में इसके विश्व स्तरीय एल्युमीनियम स्मेल्टर्स, एल्युमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ, कंपनी ‘मेटल ऑफ़ द फ्यूचर’ के रूप में एल्युमीनियम के नए उपयोगों को बढ़ावा देने के अपने मिशन को पूरा कर रही है ताकि एक हरे-भरे कल को सुनिश्चित किया जा सके।

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