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मध्य प्रदेश

मानसून सीजन के सबसे स्ट्रॉन्ग सिस्टम ने मध्यप्रदेश को तरबतर कर दिया

भोपाल
 ग्वालियर, चंबल, भोपाल, सागर संभाग के कई क्षेत्रों में अतिवृष्टि करने के बाद 24 घंटे में अवदाब का क्षेत्र उत्तर प्रदेश की तरफ चला गया है। इससे गुरुवार को प्रदेश में भारी बारिश से कुछ राहत रही।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, मानसून ट्रफ अभी भी प्रदेश में है। वातावरण में नमी भी काफी है। इस वजह से शुक्रवार को भी ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग में भारी बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में धूप निकलेगी, लेकिन दोपहर बाद हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

इन क्षेत्रों में गुरुवार को हुई बारिश

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक कई क्षेत्रों में अतिवृष्टि हुई। राजगढ़ के ब्यावरा में 355.8 (14 इंच) मिलीमीटर बारिश हुई, जो इस सीजन में 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश है। निवाड़ी के पृथ्वीपुर में 225, भिंड के गोहद में 221, शिवपुरी के करैरा में 218 मिलीमीटर बारिश हुई।

ग्वालियर सिटी में 198.4, दतिया के भांडेर में 193, मुरैना के सबलगढ़ में 186 और श्यौपुर कला के बड़ोदा में 149 मिमी. बारिश हुई। उधर, गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक दमोह में 28, मलाजखंड में 16, ग्वालियर में 15, शिवपुरी में 13 मिमी बारिश हुई। बता दें कि इस सीजन में एक जून से लेकर 12 सितंबर की सुबह तक 1022.4 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य वर्षा (909.4 मिमी) की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है।

ये मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय

मानसून द्रोणिका अमृतसर, दिल्ली, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर बने अवदाब से नौगांव, चुर्क, देहरी, पुरुलिया और केनिंग से होकर बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। सौराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात भी बना हुआ है। पंजाब और उससे लगे हरियाणा पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात है। दक्षिणी गुजरात से लेकर केरल तक एक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अवदाब का क्षेत्र आगरा के आसपास बना हुआ है। मानसून द्रोणिका भी उत्तरी मप्र से होकर जा रही है। इस वजह से शुक्रवार को भी ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। शेष जिलों में शुक्रवार को सुबह से धूप भी निकल सकती है, लेकिन दोपहर के बाद हल्की से मध्यम वर्षा होने के भी आसार हैं।

मंडला में 55 इंच से ज्यादा पानी गिरा

मध्यप्रदेश में सामान्य बारिश से ज्यादा पानी गिर चुका है। गुरुवार तक की स्थिति में औसत 37.3 इंच के मुकाबले 40.2 इंच बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में 55.41 इंच हुई है। दूसरे नंबर पर सिवनी जिला है। यहां अब तक 53.39 इंच पानी गिर चुका है।

श्योपुर में 50 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जबकि भोपाल इस आंकड़े के करीब है। सागर, निवाड़ी, राजगढ़, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम और रायसेन में 47 इंच से ज्यादा बारिश हुई है।

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