CG : बरसात में भी ठगड़ाबांध का जल स्तर गिरा
दुर्ग। राज्य शासन के द्वारा 16.05 करोड़ की लागत से ठगड़ाबांध का सौदर्यीकरण पिकनिंक स्पॉट पूर्व की कांग्रेस की सरकार के द्वारा दुर्ग-भिलाई की जनता के लिए चालू किया गया था। जिसमें हजारों लोग प्रतिदिन परिवार सहित पिकनिंक का आनंद लेने पहुंच रहे थे। किन्तु एक वर्ष पश्चात ही ग्रीष्म ऋतु में ठगड़ाबांध सूखने से जलसंकट व 10 वार्डो में ग्राउण्ड वाटर लेबल गिरने से हेण्डपंप व बोरवेल की धार पतली हो गई साथ ही ठगड़ाबांध में सैर सपाटा करने वाले सैलानी का भी आना बंद हो गया है। गहरीकरण और सौदर्यीकरण के नाम पर बांध को बेतहाशा मिट्टी व मुरुम की खोदाई कर अधिकारियों के बिना मॉनिटरिंग के मौत का कुआं बना दिया।
जो पानी ठगड़ाबांध की सौदर्य के लिए महत्वपूर्ण था उसे तालपुरी से आने वाले रास्ते में दिवाल खड़ाकर रोक दिया गया। जिस कारण से भरी बरसात में भी जलभराव ना होने से ना फाउण्टेन और ना बोटिंग चल पा रहा है साथ ही 12 लाख खर्च कर बनाया गया चंद्रयान उड़ान ना भरके कबाड़ में तब्दील हो रहा है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक अरुण वोरा ने कहा कि ट्विनसिटी के बहुप्रतिक्षित ठगड़ाबांध जनता को समर्पित किया गया था। किन्तु भाजपा की सरकार बनते ही पहले उमड़ता था जनसैलाब अब हो गया सन्नाटा। वोरा ने कहा कि इसका हश्र पूर्व में बने शिवनाथ नदी तट पर पुष्प वाटिका जैसे ना हो जाए। इसका प्रशासन अपनी कुम्भकरणी निंद से जागे और कांग्रेस शासन में मिली जनता को बड़ी सौगात को सहजने के साथ ही ठगड़ाबांध पिंकनिक स्पॉट के जलभराव हेतु प्रयास करें।