बिहार के बाद छत्तीसगढ़ में हादसा, 24 गांवों का संपर्क टूटा; बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
सुकमा जिले में लगातार हो रही बारिश के बीच अंदरूनी इलाकों में जनजीवन पर प्रभाव देखने को मिल रहा है। जहां नदी नाले जल भराव के चलते उफान पर चल रहे हैं। इस बीच सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित जगरगुंडा में मल्लेबाग तेज पुल बहाव के चलते क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके चलते जगरगुंडा से सुकमा जिला मुख्यालय के लिए अब वाहनों की आवाजाही भी कई घंटे से प्रभावित रही।
इन इलाकों में दो दशकों से पुल का काम नहीं हुआ था। हाल में इन इलाकों में सड़क और पुल बनाने का काम भी जारी है और बारिश के बीच पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने से इन इलाकों के लोगों की मुसीबतें बढ़ सकती हैं।
फिलहाल, प्रशासन ने इस क्षतिग्रस्त पुल से लोगों को सुरक्षा के लिहाज से आवाजाही न करने की अपील की गई है। क्योंकि सुकमा जिले के लिए जगरगुंडा समेत दो दर्जन से ज्यादा गांव का एकमात्र रास्ता यहीं से गुजरते हैं।
हालांकि जगरगुंडा दंतेवाड़ा क्षेत्र का सीमावर्ती इलाका है, जो फिलहाल सड़क से जुड़ा है। लेकिन इन ग्रामीणों को जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए दंतेवाड़ा होकर भी गुजरना पड़ सकता है।