CG : पीएम किसान सम्मान निधि के लिए ई-केवायसी पूरा करें ,कलेक्टर
कोण्डागांव । आगामी कृषि फसल वर्ष को देखते हुए कलेक्टर कुणाल दुदावत ने कृषि से संबंधित सभी विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में कलेक्टर ने कृषि विभाग को सभी किसानों को कृषि आदान समयानुसार उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने जिले में खाद वितरण को तीव्र करने तथा सभी किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के अंतर्गत रजिस्टर करते हुए सभी का ई केवायसी पूर्ण कराते हुए उन्हें योजना से लाभान्वित कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने सभी समितियों के द्वारा किसानों को कृषि आदानों को नियमानुसार वितरण करने को कहा एवं किसी भी समिति में अनियमितता की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी केंद्रों में आदानों की उपलब्धता की भी समीक्षा की। उन्होंने किसानों को उच्च गुणवत्ता का बीज उपलब्ध कराने तथा इस संबंध में सभी गांवों में बीज उपलब्धता के सम्बंध में मुनादी द्वारा ग्रामीणों एवं किसानों को जानकारी देने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने नकली बीज के प्रति सतर्कता बरतते हुए सभी की जांच करने को कहा। सभी किसानों को केसीसी योजना से लाभान्वित करने हेतु आधार सीडिंग का कार्य भी समय पर पूर्ण कराने को कहा।
इसके अलावा उन्होंने वनाधिकार पट्टाधारक किसानों की आय में वृद्धि हेतु उन्हें लीची एवं आम जैसे फलदार वृक्षों को रोपण हेतु प्रोत्साहित करने एवं इंटरक्रॉपिंग को बढ़ावा देने हेतु किसानों को जागरूक करने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने जिले में पशु टीकाकरण की स्थिति का जायजा लेते हुए शत प्रतिशत पशुओं का टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा। इसके साथ ही सभी पशुपालकों का किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ दिलाने तथा पशुपालकों को दवाइयों का वितरण करने के निर्देश दिए।
उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को ग्रामीण उद्यानिकी विस्तार अधिकारियों के रिक्त पदों हेतु प्रस्ताव भेजने तथा किसानों एवं अन्य इच्छुक हितग्राहियों को रोपण हेतु पौधा वितरण के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों को किसानों की आय वृद्धि हेतु उन्हें उन्नत कृषि, काली मिर्च की कृषि, मल्चिंग आदि के संबंध में जानकारी देने हेतु निर्देश दिए। रेशम विभाग को धागा उत्पादन में वृद्धि करने तथा युवाओं को धागाकरण एवं रेशम उत्पादन का प्रशिक्षण देने हेतु निर्देश दिए। इस बैठक में कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, पशुपालन विभाग, रेशम विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारी उपस्थित रहे।