मध्य प्रदेश

7 जिलों में नहीं उठा शराब दुकानों का एक भी ठेका

भोपाल

मध्यप्रदेश में शराब दुकानों के ठेके लेने सात जिलों में कोई भी शराब ठेकेदार सामने नहीं आया है यहां न ही रिन्यूअल हुए न ही नीलामी में किसी ने यहां की दुकानों के शराब ठेके लिए है। वहीं बारह जिले ऐसे है जहां शराब दुकानों के शत-प्रतिशत ठेके हो गए है। अब तक हुए शराब दुकानों के रिन्यूअल और नीलामी से कुल  ठेका मूल्य का सत्तर प्रतिशत राजस्व आना तय हो गया है। तीस फीसदी राजस्व वाले क्षेत्रों के ठेके होना बाकी है। शराब दुकानों के बचे हुए 236 समूहों के ठेके देने ई टेंडर से ठैके नीलाम करने का दूसरा चरण आज से शुरू हो गया। इस बार जो ठेके हुए है उनमें औसत रूप से रिजर्व प्राईज से पिछले चार प्रतिशत अधिक रेवेन्यू आया है।

मध्यप्रदेश के बारह जिलों में शत प्रतिशत शराब दुकानें आवंटित की जा चुकी है। वहीं सात जिले ऐसे भी है जहां एक भी दुकान न तो नवीनीकरण में उठी न ही टेंडर मेें कोई इन्हें लेने आगे आया। इन जिलों में अलीराजपुर, अनूपपुर, देवास, डिंडौरी, रतलाम, रीवा और सतना जिले शामिल है। नीलामी का दूसरा चरण आज से शुरु हो गया जो 11 मार्च तक जारी रहेगा।  

प्रदेश की शराब दुकानों के ठेकों से सत्तर फीसदी राजस्व आना तय हो गया है। शेष दुकानों के लिए टेंडर आज खुल गए है जो 11 मार्च तक खुले रहेंगे।  बारह जिलों में शराब दुकानों के शत प्रतिशत ठेके पूरे हो गए है वहीं सात जिले ऐसे भी है जहां एक भी दुकान का ठेका नहीं हो पाया है। यदि पूरी दुकाने नहीं उठी तो आगे भी टेंडर फिर खोले जाएंगे।
अभिजीत अग्रवाल, आबकारी आयुक्त

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