मध्य प्रदेश

कोई कितना भी प्रभावशाली हो, अवैध खनन पर होगी कार्रवाई: विजयवर्गीय

 

भोपाल

विधानसभा सत्र के दौरान शुक्रवार को सदन के बाहर और भीतर जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। सदन के बाहर जहां विधायकों ने कैग की रिेपोेर्ट पर सरकार को घेरा वहीं भोपाल के विधायक रामेश्वर शर्मा ने रिपोर्ट पर ही सवाल खड़े कर दिए। उधर सदन के भीतर अवैध खनन जमकर गूंजा…

विधानसभा में शुक्रवार को अवैध रेत खनन को मामला जमकर गर्माया।  विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने इस संबंध में जब कहा कि पक्ष और विपक्ष दोनों ही अवैध खनन न हो इसे लेकर गंभीर हैं, तो फिर हल निकाला जाए। जिस पर संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सदन को आश्वस्त किया कि कोई कितना भी प्रभावशील क्यों न हो, यदि अवैध खनन करेगा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस विधायक सुरेश राजे ने सवाल किया था कि ग्वायिलर जिले में किस-किस स्थान की रेत खदानें स्वीकृत है। वर्ष 2022-23 से अब तक कितने दोषी पाए गए व्यक्तियों पर कार्यवाही की गई। सुरेश राजे के इस सवाल के जवाब में मंत्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि जिले में 45 शिकायतें आई थी।

जिसमें से 28 प्रकरण दर्ज किए गए। सरकार चालीस इलेक्ट्रानिक वैरियर लगा रही है। जिससे पूरी स्थिति सामने आ जाएगी।  इसी सवाल पर कांग्रेस विधायक भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि रेत का अवैध खनन करने में पूरे प्रदेश में माफिया सक्रिय है। जो अफसर इन्हें रोकता है, उसकी हत्या कर दी जाती है। चार करोड़ का अवैध खनन एक पूर्व मंत्री का सामने आया है। इसकी रायल्टी शासन, पंचायत को नहीं मिली है। नर्मदा नदी को खोखला कर दिया है। उन्होंने कहा कि कोई माई का लाल नहीं बोल सकता कि नर्मदा में अवैध रेत का खनन नहीं हो रहा है। वहीं सोहन लाल बाल्मिकी ने कहा कि जब शिकायत आती है तभी शासन कार्यवाही करने की बात करता है। पहले से इस पर क्यो कार्यवाही नहीं की जाती। जब इस सवाल को विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इस मामले में पक्ष और विपक्ष दोनों ही गंभीर है, हल क्यों नहीं मिल रहा।  इस पर संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सीमाओं पर 40 टोल नाके सरकार लगाने जा रही है।

डोलोमाइट खदानों की अनुमति नहीं दी जा रही
विधायक नारायण सिंह पट्टा ने डोलोमाइट खदानों को लेकर पूछा कि उनके क्षेत्र मंडला में नई खदानों को भी अनुमति दी जा रही है। जिस पर मंत्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि वर्ष 2020 के बाद से किसी भी नई खदान को लेकर मंजूरी नहीं दी गई है। उससे पहले 41 खदाने स्वीकृत थी। विधायक ने कहा कि हाल ही में नोटिफिकेशन किया गया है, तो नई खदानों की अनुमति कब तक मिलेगी। मंत्री ने कहा कि इस संबंध में मामला न्यायालय में विचाराधीन है।

कांग्रेस का आरोप प्रदेश में चल रहे कई घोटाले, भाजपा विधायक बोले कैग की रिपोर्ट मनगढ़ंत कहानी
विधानसभा में आज कैग रिपोर्ट को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का जमकर चला। सदन से बाहर विधानसभा परिसर में कांग्रेस और भाजपा विधायकों ने एक दूसरे को जमकर घेरा।  भाजपा के एक विधायक ने मीडिया से चर्चा में यह तक कह दिया कि कैग रिपोर्ट मनगढ़ंत कहानी है। वहीं एक मंत्री ने कहा कि कांग्रेस का काम तो सिर्फ आरोप लगाना है। हालांकि भाजपा के अधिकांश विधायकों ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने कैग की रिपोर्ट अभी पढ़ी नहीं हैं। इधर कांग्रेस के कई विधायकों ने मीडिया से चर्चा में कैग की रिपोर्ट के आधार पर सरकार पर घोटालों को लेकर आरोप लगाए हैं।

उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने आरोप लगाया कि कैग की रिपोर्ट से यह साफ पता चलता है कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर घोटाले हो रहे हैं। सरकार के दबाव में अफसर घोटाला कर रहे हैं। वहीं मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा कि कांग्रेस का काम केवल आरोप लगाना रह गया है। इसलिए तरह विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कैग की रिपोर्ट मनगढंÞत कहानी है। हालांकि दोनों ने ही कैग रिपोर्ट पर कहा कि उन्होंने यह रिपोर्ट अभी पढ़ी नहीं हैं। हरिशंकर खटीक ने भी कहा कि उन्होंने भी कैग की रिपोर्ट अभी पढ़ी नहीं हैं।

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