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छत्तीसगढ़

CG : अपराध नियंत्रण के लिए चलाया अभियान, नक्सलियों के मंसूबों पर भी पानी फेरा

खैरागढ़ पिछले एक साल में विभिन्न अभियानों के चलते अपराधों में कमी आई तो दूसरी ओर पुलिस के अभियानों और जागरुकता से लोग भी बड़ी संख्या में जुड़े। जिला पुलिस द्वारा चलाए गए प्रमुख अभियानों में नौकरी, ड्रायविंग लायसेंस इत्यादि के लिए चरित्र सत्यापन को सरलता से उपलब्ध कराने जिले में ऑनलाइन चरित्र सत्यापन की व्यवस्था की गई है। ई-मेल के माध्यम से सीधे आवेदन कर आवेदकाें को 10 दिन में प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला पुलिस में दर्ज गुमशुदा इंसान के मामलों में पुलिस की त्वरित कार्रवाई और पतासाजी कर पुलिस ने 148 लोगों को बरामद करने में सफलता पाई।योजनाआें से मिला फायदा अभिव्यक्ति ऐप की जानकारी और प्रचार-प्रसार से अब तक कुल 11046 लोगों ने अपना पंजीयन कराया। पंजीयन में जिला प्रदेश में 6वें स्थान पर है। एसपी अंकिता शर्मा की अगुवाई में नि:शुल्क टयूशन गतिविधि के तहत पुलिस कर्मचारियों के बच्चों,आस-पास के ईलाकों के बच्चों को नि:शुल्क ट्यूशन व्यवस्था कराई गई। बालक-बालिका एवं महिलाओं को राष्ट्रीय स्तर के पुलिस विभाग के प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा आत्मरक्षा अभियान के तहत बाक्सिंग एवं कराटे का प्रशिक्षण एसपी कार्यालय में दिया गया है। तीन माह में 27 शिविर लगाकर अब तक 96 लायसेंस, 100 बीमा, 55 वाहनों के दस्तावेजों का दुरूस्तीकरण, 30 व्यक्तियों के नेत्र परीक्षण कराया जा चुका है। 60 गाड़ियों का नंबर प्लेट मौके पर ही बनाया गया है। जिला निर्माण के बाद 33 शिविरों में 936 लाइसेंस, 330 बीमा पंजीकरण, 579 वाहनों के दस्तावेजों का दुरूस्तीकरण, 74 व्यक्तियों का नेत्र परीक्षण कराया जा चुका है तथा कुल 369 नंबर प्लेट मौके पर ही बनाया गया। नक्सल अभियानों में मिली बड़ी सफलताएंनक्सल विरोधी अभियान में पुलिस को बड़ी सफलताएं हासिल हुई। मोहगांव व बकरकटटा थाना में डम्प प्लास्टिक डिब्बा में विस्फोटक पदार्थ सहित अन्य नक्सल सामग्री जब्त की गई। साइबर पोर्टल व 1930 के माध्यम से होल्ड कराए गए 10 लाख से अधिक की रकम को प्रार्थियों को न्यायालय के माध्यम से वापस कराया गया। स्थायी वारंट तामिली में 01 माह में 52 प्रकरण के फरार स्थायी वारंटी की पतासाजी कर वर्षो पुराने प्रकरण का निराकरण करने में सफलता मिली । अपराधाें में कमी से मिली बड़ी राहतजिले में बलात्कार के मामलों में 42 प्रतिशत कमी आई। अपहरण जैसे मामलों में 27 फीसदी, लूट में 75 फीसदी, चोरी में ढाई फीसदी, दहेज मृत्यु में 66 फीसदी, और सबसे महत्वपूर्ण सड़क दुर्घटना में मृत्यु के 22 फीसदी मामले कम हो गए। साल भर में सटटा, जुआ मामले में 287 आरोपियों को जेला भेजा। आबकारी में 570 लोगों से दस लाख से अधिक की शराब जब्त की। 570 आरोपियों को गिरफ्तार किया। 45 गुंडा बदमाशों पर कार्रवाई हुई।

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