CG : धमतरी में आयोजित 75 संकल्प शिविरों में 60 हजार लोगों ने लिया हिस्सा
धमतरी जिले में 16 दिसंबर से शुरू की गई विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत लगे संकल्प शिविरों में शामिल होकर लोग काफी उत्साहित हैं। साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा इन शिविरों में उपस्थित लोगों को जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है और पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। धमतरी जिले के 4 विकासखंडो में 16 दिसंबर से 26 दिसंबर तक कुल 75 शिविर आयोजित किए गए, जिनमें नगरी में 18, कुरूद में 23, मगरलोड और धमतरी में 17-17 शिविर शामिल है। जिले के 60 हजार 875 लोगों ने इन शिविरों में हिस्सा लेकर शासन की योजनाओं का लाभ लिया है। इन शिविरो में प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, आयुष्मान कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, केसीसी सहित अन्य योजनाएं शामिल है, जिनका भरपूर लाभ हितग्राही उठा रहे है।
अब तक लगे संकल्प शिविरों में 380 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड वितरित किया गया। वहीं 813 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत नया गैस कनेक्शन प्रदान किया गया। शिविर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत 1763 हितग्राहियों का नवीन पंजीयन किया गया। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना अंतर्गत 200 एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना अंतर्गत 277 हितग्राहियों का पंजीयन किया गया। विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविर मे स्वास्थ्य शिविरो का भी आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरो मे अब तक 18 हजार 564 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिसमे 12586 लोगो की टी.बी. जाँच और 6263 लोगो का सिकलसेल परीक्षण किया गया। वहीं अन्य लोगो कि शर्दी, खासी, बुखार, दाद, खाज-खुजली, रक्तचाप, मधुमेह आदि बीमारियों कि जाँच कि गई और आवश्यकता अनुसार दवाइयो का भी वितरण किया गया। इस दौरान जिले के 50 गावों का शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाया गया। शिविर मे 16 गावों को हर घर जल वाले गावों कि सूची मे जोड़ा गया और 16 गावों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। जिले में आयोजित हो रहे इन शिविरों में अब तक 7 गांव को ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम पंचायत का प्रमाण पत्र भी अतिथियो द्वारा प्रदान किया गया है। वही 67 गांव को शत प्रतिशत लेंड रिकॉर्ड डिजिटल करने का प्रमाण पत्र भी दिया गया है। किसानो को आधुनिक खेती की ओर अग्रसर करने 11 गावों मे ड्रोन डेमोस्ट्रेशन कर खेती किसानी सम्बन्धी जानकारी भी दी गई है। इस दौरान 64 किसानों के खेतों की मिट्टी का परीक्षण कर मृदा परीक्षण कार्ड भी प्रदान किया गया है। शिविर में 217 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड भी प्रदान किया गया है। मेरा भारत वालेंटियर के रूप मे जिले के 2143 लोगो को भी जोड़ा गया है। जिले के 53859 लोगों को विकसित भारत बनाने का संकल्प भी लिया है। कार्यक्रम मे 1970 महिलाओ, 1521 विद्यार्थियों, 457 खिलाड़ियों और 678 स्थानीय कलाकारों को भी पुरुस्कृत किया गया है.। शिविरो मे 2063 हितग्राहियो नें अपनी कहानी अपनी जुबानी सुनाई। वही 75 कार्यक्रम ’धरती कहे पुकार के’ थीम पर आयोजिए किये गए।
मेरी कहानी मेरी जुबानी : प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना
मगरलोड के खैरझिटी निवासी मोहन साहू ने विकसित भारत संकल्प शिविर में बताया कि देश के प्रधानमंत्री ने गरीबों के लिए जनहितैषी आयुष्मान योजना की शुरूआत की है। इस योजना से उसने 3 बार लाभ उठाया है। मोहन ने बताया कि 4 साल पहले उसके पिता का स्वास्थ्य खराब हो गया, जिसका ईलाज उसने आयुष्मान कार्ड से करावा था, जिसमें लगभग 50 हजार रूपये का खर्च आता, परन्तु आयुष्मान कार्ड से उनके पिता का निःशुल्क ईलाज हो गया। इसके बाद उसने अपने पुत्र एवं पुत्री के जन्म के समय पत्नी के डिलीवरी के लिये भी इसी कार्ड का उपयोग किया था।
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना
गरीब महिलाओं को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन प्रदाय करने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना शुरू किया गया है, जिससे महिलाओं को भोजन बनाने में सहूलियत होने लगी है। धमतरी विकासखंड के ग्राम कण्डेल की रहने वाली श्रीमती वर्षा राजपूत ने बताया कि पहले चूल्हे पर भोजन बनाने में लकड़ी व कंडों से निकलने वाले धुंए से काफी परेशानी होती थी और समय भी अधिक लगता था। अब गैस कनेक्शन मिल जाने से काफी आराम है और भोजन भी अच्छे से और समय पर बन जाता है, जिसका उपयोग वह दूसरे कामों मे करती है। श्रीमती वर्षा ने ऐसी योजना संचालित करने के लिये देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया है।
इसके अलावा शिविरों में प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, प्रधानमंत्री किसान समृद्वि योजना, निःशुल्क स्वास्थ्य जांच सहित अन्य योजनाओं से भी हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है।
धरती कहे पुकार के
जिले में आयोजित किये जा रहे संकल्प शिविरों में धरती कहे पुकार के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें स्कूली, महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं और स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा नाटक के माध्यम से लोगों को रासायनिक खाद के उपयोग से भूमि पर होने वाले दुष्प्रभावों को बखूबी बताया जा रहा है। वहीं जैविक एवं प्राकृतिक खेती से होने वाले लाभों को भी नाटय रूपांतरण कर दिखाया जा रहा है। किसानों को मिट्टी की उर्वरक क्षमता बनाये रखने के लिए भविष्य में किये जाने वाले उपायों को भी बताया जा रहा है।