मौसल विशेषज्ञों का कहना है, चक्रवाती तूफान मिगजौम के प्रभाव से होने वाली इस बारिश के कारण खड़ी फसल के साथ ही कच्चे मकानों को काफी नुकसान पहुंचाने की आशंका जताई गई है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में चक्रवाती तूफान मिचौंग के प्रभाव से मौसम पूरी तरह से बदल गया है। आगामी तीन दिवस के भीतर प्रदेश में बारिश के आसार जताये गए हैं। राजधानी रायपुर, धमतरी समेत आस-पास के कई जिलों में मंगलवार सुबह से बारिश शुरू है और ठंडी हवाओं के साथ ठिठुरन जारी है।
प्रदेश में आज से पूरे बस्तर क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना मौसम विभाग द्वारा जताई गई है। भारी बारिश के साथ बस्तर के क्षेत्र में 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की उम्मीद जताई गयी है। साथ ही प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी आज हल्की बारिश हुई। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि, आठ दिसंबर से मौसम खुलने की उम्मीद है और उसके बाद ठंड में और ज्यादा बढ़ोतरी होगी।
भारी बारिश से तापमान में गिरावट की उम्मीद
प्रदेश में बादल छाने व बारिश के चलते अधिकतम तापमान में तो काफी गिरावट की उम्मीद है, हालांकि न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा। ऐसा मौसल विशेषज्ञों का कहना है, चक्रवाती तूफान मिगजौम के प्रभाव से होने वाली इस बारिश के कारण खड़ी फसल के साथ ही कच्चे मकानों को काफी नुकसान पहुंचाने की आशंका जताई गई है। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि, मौसम का मिजाज अभी चक्रवाती तूफान के प्रभाव से अगले तीन दिन ऐसा ही बना रहेगा।
सुबह से दिनभर छाए रहे बादल
सोमवार से रायपुर सहित पूरे प्रदेश भर में सुबह से ही बादल छाए रहे और दिनभर बादल छाने के साथ ही खाड़ी से ठंडी हवाओं के आने का क्रम जारी रहा। खाड़ी से आने वाली ठंडी हवाओं के चलते इन दिनों ठिठुरन और ज्यादा बढ़ गई है। राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के लोगों ने अलाव का सहारा लेना शुरू कर दिया है।