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वैज्ञानिक लाखों साल पहले के विशालकाय जीवों को वापस लाने में लगे

वैज्ञानिक चाहकर भी मरते प्राणियों को वापस जीवन में लाने के लिए कुछ नहीं कर सकते। अगर आपको हमारी बात पर यकीन नहीं है तो मिलिए इस विशालकाय जीव से। जो चीज़ कभी इंसानों के लिए असंभव मानी जाती थी वह अब विज्ञान की बदौलत आम हो गई है। अब वैज्ञानिकों की एक टीम कुछ ऐसा करने की कोशिश कर रही है जिससे विलुप्त हो रहे प्राणियों में नई जान फूंकी जा सके। रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिक लाखों साल पहले अस्तित्व में आए विशालकाय बालों वाले जीव को दोबारा जीवित करना चाहते हैं। जलवायु परिवर्तन और अनुकूल परिस्थितियों की कमी के कारण ये जीव पृथ्वी से पूरी तरह गायब हो गये। हमने इन प्राणियों को पहले कभी नहीं देखा है और वैज्ञानिक केवल जीवाश्मों से उनकी तस्वीरें ले रहे हैं और उन्हें वापस जीवन में लाने के मिशन पर हैं। जाहिर तौर पर हम इनमें से कई विशाल प्राणियों के बारे में केवल उन डायनासोरों से ही सुनते हैं जिन्होंने कभी पृथ्वी पर शासन किया था।अब वैज्ञानिकों ने ऊनी मैमथ कहे जाने वाले विशाल प्यारे जानवर को वापस लाने के लिए शोध शुरू कर दिया है। वे बर्फ से ढके इलाकों में पाए जाने वाले जमे हुए डीएनए के जरिए इस शोध में भाग लेते हैं। अगर उनका प्रयोग सफल रहा तो मानवता दोबारा ऐसे विशालकाय जीव देख सकेगी। बच्चे पैदा करने के लिए वैज्ञानिक उनके डीएनए को एशियाई हाथियों के साथ जोड़ते हैं। बायोटेक्नोलॉजी कंपनी कोलोसल बायोसाइंस के वैज्ञानिकों का दावा है कि 2028 तक उनके बच्चे भी पैदा हो जाएंगे।मिली जानकारी के मुताबिक, मैमथ भ्रूण को पहले सरोगेट हाथी के पेट में प्रत्यारोपित किया जाता है और उससे बच्चे पैदा होते हैं। हालाँकि, कुछ लोगों को इस प्रयोग पर आपत्ति है। उनका कहना है कि क्लोनिंग के जरिए ऐसे जानवरों का जीवित रहना इंसानों के लिए भी खतरनाक हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि ऐसा भयानक जीव उभरकर धरती पर भयंकर तबाही मचा सकता है।

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