महाभारत’ में ये रोल निभाना चाहते थे मुकेश खन्ना
रामायण’ के साथ-साथ ‘महाभारत’ का प्रसारण टीवी पर दोबारा शुरू हो गया है। जिसकी वजह से सीरियल में निभाए गए किरदारों से जुड़े किस्से लोग जानना चाहते हैं। ‘महाभारत’ में कृष्ण के अलावा जिस किरदार ने लोगों की तरफ अपना ध्यान खींचा वो भीष्म पितामह ही थे। उनकी वेषभूषा से लेकर अभिनय तक सभी ने लोगों को बांधे रखा। यहां तक कि उनका निभाया यह रोल लोगों के जहन में बसा हुआ है। ‘महाभारत’ में भीष्म पितामह का रोल मुकेश खन्ना ने निभाया था। जानिए उन्हें यह रोल किस तरह मिला। महाभारत’ में मुकेश खन्ना अर्जुन का किरदार निभाना चाहते थे। इस शो के निर्देशक गूफी पेनटल थे जिन्होंने ‘महाभारत’ में शकुनी का भी रोल प्ले किया था। इसके साथ ही वो ‘महाभारत’ के कास्टिंग डायरेक्टर थे। गूफी ने मुकेश को पहले फोन करके बुलाया। खास बात है कि गूफी और मुकेश एक दूसरे को पहले से जानते थे।इन दोनों ने एक विज्ञापन में साथ काम किया था। मुकेश खन्ना ने जब उनसे पूछा कि उन्हें कौन सा रोल दिया जाएगा तो गूफी ने चार नाम लिए। अर्जुन, कर्ण, कृष्ण और भीष्म। इसके बाद मुकेश ने ऑडिशन्स दिए। मुकेश चाहते थे कि उन्हें कृष्ण या फिर अर्जुन का रोल मिले। ऑडिशन के लिए मुकेश खन्ना गेटअप में आए। गूफी ने फोन किया और मुकेश को कहा कि बी आर चोपड़ा ने उन्हें दुर्योधन के किरदार के लिए चुना है।मुकेश ने इनकार कर दिया। उनका कहना था कि उनके अंदर से विलेन नहीं निकलता। इस बीच कृष्ण, अर्जुन और कर्ण का रोल किसी और को दे दिया गया। इसके बाद मुकेश को गुरू द्रोणाचार्य का रोल ऑफर हुआ। उन्होंने इस किरदार के लिए हां भी कर दी थी। जैसे ही द्रोणाचार्य का सीन आने वाला था तो उनको गूफी ने फिर से फोन करके बुलाया। गूफी ने मुकेश से कहा- ‘तुम्हें भीष्म पितामह के रोल के लिए फाइनल किया गया है। मुकेश से पहले ये रोल विजेंद्र घाटके निभाने वाले थे। लेकिन उनके बात नहीं बन पाई और फिर मुकेश ने भीष्म पितामह का रोल निभाया। आपको बता दें, बी आर चोपड़ा की ‘महाभारत’ का पहली बार टीवी पर प्रसारण 1988 में हुआ था।