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मध्य प्रदेश

प्रदेश में भाजपा को एक और बड़ा झटका रेखा यादव ने दिया पद से इस्तीफा

 श्योपुर

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा है। सूबे में पार्टी की तरफ टिकट न दिए जाने पर उम्मीदवार दलबदली कर रहे हैं। इस बीच भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा है। श्योपुर से दो बार की विधायक रही भाजपा नेता रेखा यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है इससे भाजपा के प्रत्याशी को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।  

जिसके बाद उन्हें यादव समाज का बड़ा चेहरा मानते हुए समाजवादी पार्टी ने यादव वोट के मद्देनजर उन्हें बिजावर से प्रत्याशी बनाया है। आपको बता दें इसके पहले समाजवादी पार्टी ने पूर्व में डॉ मनोज यादव (Manoj Yadav) को प्रत्याशी घोषित किया था। गौरतलब है रेखा यादव पूर्व में बड़ामलहरा से हैं। रेखा यादव के इस्तीफे के बाद अब माना जा रहा है कि इससे बाद अब बीजेपी (MP BJP) की राह थोड़ी मुश्किल हो सकती है।

 रेखा यादव ने अपना पाला ही बदल लिया। अब वह सपा के टिकट पर बीजेपी को सीधी टक्कर देने का मन बना चुकी हैं। इस सीट पर चुनावी तस्वीर साफ हो चुकी है और दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।

पाला बदलने वाले को टिकट

बिजावर से वर्ष 2018 में समाजवादी पार्टी से विजयी हुए राजेश शुक्ला को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है। रेखा यादव ने बिजावर से चुनावी तैयारी भी शुरू कर दी थीं। उन्हें पूरी उम्मीद थी कि बड़ामल्हारा उपचुनाव के समय सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीड़ी शर्मा ने जो वचन दिया था, उस पर अमल करेंगे। हालांकि, कि ऐसा नहीं हुआ।

गौरतलब है कि उपचुनाव के समय बीजेपी के इन आलाकमान नेताओं ने रेखा यादव को बड़ामल्हारा या बिजावर से टिकट देने का वादा किया था। यह वादा पूरी तरह राजनैतिक प्रोपैगेंडा निकला। जिससे नाराज होकर रेखा ने बीजेपी से बगावत करके सपा का दामन थामा लिया और अब वह सपा से मैदान में हैं।

जिस तरह से कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के रहने वाले और बालू माफिया चरण सिंह यादव (बाहरी नेता) को कांग्रेस से टिकट दे दी। जिससे वहां के कांग्रेसी खासे नाराज थे।

इन सब से भाजपा के प्रत्याशी बबलू शुक्ला की राह दिन-ब-दिन आसान हो चली थी।

अब क्षेत्रीय नेता और पूर्व विधायक रेखा यादव के मैदान में उतरने से उनकी राह कठिन हो गई है। उनका सीधा मुकाबला भाजपा प्रत्याशी बबलू शुक्ला से है। लोगों की माने तो अब यहां मुकाबला कांग्रेसी-बीजेपी में नहीं बल्कि सपा और भाजपा में है।

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