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मध्य प्रदेश

सी-विजिल ऐप से आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की मिली 2402 शिकायतें

भोपाल

मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 में आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की अब तक 2402 शिकायतें प्राप्त हुई है। ये सभी शिकायतें सी-विजिल एप के माध्यम से मिली है और इन सभी शिकायतों का त्वरित समय में निराकरण किया गया है।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि प्रदेश में विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए 9 अक्टूबर से आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हुई है। आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की जानकारी त्वरित मिल सके, इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सी-विजिल ऐप तैयार किया गया है। यह एप आदर्श आचरण संहिता के लागू होते ही सक्रिय हो गया है। एप के माध्यम से कोई भी नागरिक आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की किसी भी तरह की शिकायत फोटो, वीडियो के माध्यम से कर सकता है। शिकायत प्राप्त होते ही त्वरित निराकरण किया जा रहा है। राजन ने बताया कि गूगल प्ले स्टोर पर जाकर कोई भी नागरिक अपने एंड्रॉयड मोबाइल पर एप को डाउनलोड कर सकता है।

इस डिजिटल हथियार के जरिए आप निष्पक्ष चुनाव में अपनी भागीदारी दर्ज करा सकते हैं। स्मार्ट फोन है तो उस पर सी विजिल एप डाउनलोड करें और चुनाव आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत करें। निर्वाचन आयोग ने चुनाव को पारदर्शी बनाने की कड़ी में सी विजिल एप को और प्रभावी बनाया है।

इस पर आने वाली शिकायत का निस्तारण सौ मिनट के अंदर होगा। इस एप पर न सिर्फ भड़काऊ भाषण, धन, शराब वितरण की शिकायत कर सकते हैं बल्कि आयोग द्वारा प्रचार के लिए निर्धारित व्यक्तियों की संख्या से अधिक लोगों की के साथ अगर कोई उम्मीदवार या किसी पार्टी का पदाधिकारी भ्रमण कर रहा है तो इसकी सूचनाएं भी दे सकते हैं। एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह ने बताया कि एप के जरिए आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत आप कर सकते हैं।
 

शिकायतकर्ता का नाम पता रहेगा गोपनीय
भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर जाकर सी विजिल एप को डाउनलोड कर सकते हैं। एप पर शिकायत करने वालों का नाम, पता गोपनीय रखा जाएगा। आयोग ने शिकायतकर्ता की सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है। शिकायकर्ता के बारे में बताने पर संबंधित अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
ऐसे काम करेगा एप
-आचार संहिता उल्लंघन का दो मिनट का वीडियो बनाएं या फोटो खींच लें। इसके बाद सटीक लोकेशन के साथ उसे एप पर अपलोड करें। अगर सटीक लोकेशन नहीं है तो जीपीएस ऑन कर दें और फिर एप अपने आप लोकेशन जान लेगा। शिकायत के बाद एक यूनिक आईडी आपको मिलेगी, उससे आप जान सकेंगे कि क्या कार्रवाई हुई।
-जो भी शिकायत होगी उसे कंट्रोल रूम को भेजा जाएगा, वहां से संबंधित टीम को जाएगी और फिर कार्रवाई कर उचित जवाब एप पर अपलोड किया जाएगा। कार्रवाई आरओ के माध्यम से सौ मिनट के अंदर होगी।

 

 

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