मोहंती पहुंचे एनएलआईयू, छात्राओं ने बनाई विरोध की रणनीति
भोपाल.
नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) में गत वर्ष छात्राओं के शारीरिक शोषण मामले में इस्तीफा देने वाले प्रो. तपन रंजन मोहंती की वापसी से एक बार फिर चर्चाएं गर्म हो गई हैं। इसको लेकर छात्राओं ने प्रो. मोहंती के खिलाफ रणनीति बनाना शुरू कर दी है। चर्चा यह है कि विवि ने उन्हें वापस बुलाया है, जबकि प्रो. मोहंती कह रहे हैं कि वह आवेदन देने आए हैं। इस मामले में कुलपति प्रो. सूर्यप्रकाश से चर्चा करने का प्रयास किया गया किंतु उनका मोबाइल कवरेज के बाहर था।
ज्ञात हो कि एनएलआईयू में छात्राओं का शारीरिक शोषण करने पर विद्यार्थियों द्वारा हंगामा करने पर प्रो. मोहंती ने स्वयं इस्तीफा दिया था। कुछ समय उन्होंने दूसरा पत्र देकर तत्कालीन कुलपति वीरभद्र विजय कुमार को देते हुए कहा था कि उन्होंने विद्यार्थियों के दवाब में आकर इस्तीफा दिया है। हालांकि कुलपति विजयकुमार ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर कार्यपरिषद को सूचित किया था। इसके बाद मोहंती हाईकोर्ट चले गए।
जहां हाईकोर्ट ने एनएलआईयू को उनकी बात सुनकर उचित निर्णय लेने के लिए कहा था। अभी कार्यपरिषद की बैठक की तिथि ही निर्धारित नहीं हो सकी है और न ही प्रो. मोहंती को वापसी को लेकर कोई आदेश जारी किया गया था। इसके बाद भी मोहंती को एनएलआईयू परिसर में बने बंगले में रहने की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। जबकि प्रोफेसरों का कहना है कि कार्यपरिषद के निर्णय के बिना प्रो. मोहंती को एनएलआईयू परिसर में प्रवेश देने नियम के विरुद्ध है।
विद्यार्थी हंगामे की तैयारी में
इस्तीफा देने के बाद मोहंती एनएलआईयू के बंगले को छोड़कर चले गए थे। गत सप्ताह उन्होंने एनएलआईयू में प्रवेश लेकर रहना शुरू कर दिया है। विद्यार्थियों की उन पर नजर पडने लगी है। इसलिये वे दोबारा से प्रो. मोहंती के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं। विद्यार्थियों का कहना है कि वे ऐसे प्रोफेसर को एनएलआईयू परिसर में नहीं रहने देंगे, जो छात्राओं के शारीरिक शोषण करते थे।
इनका कहना है
मुझे हाइकोर्ट एनएलआईयू परिसर में आवंटित आवास में रहने की अनुमति पहले से मिली हुई है। मेरा प्रकरण कार्यपरिषद में रखा जाना है, इसलिए मैं कुलपति को लिखित में आवेदन देने आया हूं। अभी मेरे खिलाफ लगे आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं।
प्रो. तपन रंजन मोहंती, पूर्व प्रोफेसर एनएलआईयू