उन्नाव जिले के बीघापुर कोतवाली क्षेत्र में जाजनपुर मोड़ के पास लोन नदी में शनिवार दोपहर चरवाहों ने एक टिन का बड़ा बक्सा देखा। तेज दुर्गंध आने पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद बक्से को नदी से निकलवाया, तो उसमें पॉलिथीन में लिपटा करीब 40 वर्षीय महिला का कई दिन पुराना शव मिला।
काफी प्रयास के बाद भी मृतका की पहचान नहीं हो सकी। ग्रामीणों के अनुसार शव को बक्से में रखकर रात में ही यहां फेंका गया है, क्योंकि ग्रामीण रोज जानवर चराने जाते हैं। इससे पहले बक्सा यहां नहीं देखा गया। पुलिस जिले व आसपास के जिलों में दर्ज हुई गुमशुदगी का ब्योरा जुटा रही है।
बीघापुर-गढ़ाकोला मार्ग में जाजनपुर मोड़ के पास कमरिया बाबा मंदिर के समीप लोन नदी पुल के पास शनिवार दोपहर करीब 12 बजे एक बक्सा पड़ा देखा गया। तेज दुर्गंध आने से लोगों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी। कोतवाल अखिलेश तिवारी मौके पर पहुंचे और बक्से को बाहर निकलवाया।
हल्के गुलाबी रंग का सलवार सूट पहने थी मृतका
उसे खोलने पर उसमें करीब 40 साल की महिला का शव मिला है। शव को पॉलिथीन में कई बार लपेटा गया है। सिर पर किसी वजनदार चीज से वार और चेहरा कूचने का भी शक है। मृतका हल्के गुलाबी रंग का सलवार सूट पहने थी। उसके हाथ में कलावा भी बंधा है। स्थानीय लोगों के अनुसार शुक्रवार शाम तक कोई बक्सा नहीं था।
72 घंटे बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा
रात में ही कहीं से बक्से में बंद करके शव को किसी वाहन से यहां लाकर पुल के नीचे नदी में फेंक दिया है। बीघापुर सीओ माया राय ने बताया कि शव करीब 15 दिन पुराना है। कहीं से लाकर यहां फेंका गया है। पहचान न होने से मर्च्युरी में रखवाया गया है। शव की पहचान कराने का प्रयास किया जा रहा है। 72 घंटे बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
रायबरेली हाईवे से सात किमी दूर है घटनास्थल
लोन नदी में जिस लिंक मार्ग पर नदी पुल के पास बक्से में शव मिला है। वह उन्नाव-रायबरेली हाईवे से सात किमी दूर है। अनुमान है कि हाईवे से वाहन से लाकर शव को यहां फेंका गया है। जिस स्थान पर शव मिला वहां से लखनऊ 55 किमी, फतेहपुर 90 किमी, रायबरेली 60 किमी और उन्नाव जिला मुख्यालय 40 किमी दूर है। पुलिस को शक है कि आसपास के किसी जिले में हत्या करने के बाद शव को छिपाए रखा गया और मौका मिलते ही हत्यारों ने शव को बक्से में रखा, ताकि किसी को शक न हो और फिर यहां लाकर फेंक दिया।
लोन नदी में पहले भी फेंके गए शव, खुलासा नहीं
लोन नदी हत्या के बाद शव छिपाने का सुरक्षित ठिकाना बन गई है। नदी में प्रवाह काफी कम होने और दलदल अधिक होने से हत्यारे शव को यहां फेंक देते हैं जो दलदल और झाड़ियों में छिप जाते हैं और उसी में सड़कर नष्ट हो जाते हैं। चार मई 2022 को बसंतखेड़ा गांव के पास लोन नदी में करीब 22 वर्षीय युवती का शव मिला था।