शहर 2 दिन में 186 केस से सकते में, पुलिस का फ्लैग मार्च, रात 9 बजे का कर्फ्यू सख्त
रायपुर. राजधानी में रविवार और सोमवार को मिलाकर केवल 2 दिन में 183 मरीज मिलने से पूरा शहर सकते में आ गया है। हालात को देखते हुए प्रशासन-पुलिस भी सड़कों पर उतर गई है। सोमवार की शाम कलेक्टर-एसपी के साथ पुलिस के काफिले ने शहर के प्रमुख मार्गों पर फ्लैग मार्च किया। अफसरों ने बताया कि मरीजों की संख्या पर काबू करने के लिए लाॅकडाउन के दौर में लागू नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा। बिना मास्क और एक से ज्यादा सवारी दोपहिया पर चालान मंगलवार से हर चौराहे पर होगा। यही नहीं, मंगलवार से ही रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक के कर्फ्यू का पालन करवाने में पुलिस सख्ती शुरू करने जा रही है।कलेक्टर ने सोमवार की शाम प्रमुख कारोबारी संगठन के पदाधिकारियों को बातचीत के लिए बुलाया, तब शहर में चर्चा फैल गई कि लाॅकडाउन होने वाला है। लेकिन दो घंटे बाद प्रशासन ने साफ किया कि अभी केवल दुकानें खुलने का समय 2 घंटे कम किया जा रहा है। यही नहीं, जो दुकानें खुलेंगी उन पर प्रशासन नजर रखेगा कि सोशल डिस्टेंसिंग तथा सुरक्षा नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं।
व्यापारियों ने प्रशासन का यह आग्रह भी मान लिया कि मास्क के बिना अब वे दुकानों से सामान नहीं देंगे। इस बैठक में कलेक्टर डा. भारतीदासन और एसएसपी अजय यादव के अलावा चैंबर अध्यक्ष जितेंद्र बरलोटा और कैट अध्यक्ष अमर पारवानी मौजूद थे। बैठक में यह भी तय किया गया कि मास्क पहनने से मना करने वालों के खिलाफ एफआईआर कर दी जाएगी।
मरीज बढ़ने के साथ-साथ राजधानी में कंटेनमेंट जोन बेतहाशा बढ़ गए हैं। शहर और आउटर में सोमवार को कंटेनमेंट जोन की संख्या 400 से ऊपर हो गई तो प्रशासन को शाम तक 109 जोन खत्म करने पड़े। अभी शहर के 30 से ज्यादा वार्डों में जगह-जगह कोरोना मरीज निकल चुके हैं। माना जा रहा है कि तीन-चार दिन के भीतर ही कंटेनमेंट जोन हर वार्ड में फैल सकते हैं।
सोमवार की शाम काफिले के साथ निकली पुलिस और प्रशासनिक अमले ने सभी प्रमुख बाजारों का चक्कर लगाया। कलेक्टर और एसएसपी इस काफिले के साथ थे। दोनों अफसरों ने कई जगह काफिला रुकवाकर सड़क किनारे वाले कारोबारियों को मास्क और ग्लब्स लगाने के निर्देश दिए और सामने सेनिटाइजर रखने कहा गया। फ्लैग मार्च कलेक्टोरेट से शुरू हुआ और कलेक्टोरेट चौक से घड़ी चौक, शास्त्री चौक से होते हुए जयस्तंभ, मालवीय रोड, कोतवाली, सदरबाजार, सत्तीबाजार, कंकालीपारा, पुरानी बस्ती, लाखेनगर होते हुए मठपारा, टिकरापारा से कटोरातालाब, आनंद नगर, तेलीबांधा तालाब होते हुए कलेक्टोरेट लौटा।