जिन ग्राम पंचायतों में गौठान का निर्माण नहीं हुआ वहां गौठान के लिए स्थान चिन्हांकित करने के दिए निर्देश, 31 अक्टूबर को किया जाएगा ई-मेगा कैम्प का आयोजन
हितग्राहियों को मिलेगा जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ
राजनांदगांव 27 अक्टूबर। कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक लेकर त्यौहार सीजन में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन संबंधी आवश्यक निर्देश तथा शासकीय योजनाओं एवं प्रशासन के कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि दशहरा नवरात्रि पर्व के बाद दीपावली आने वाली है। इस समय लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव केस कम आने के कारण लोगों में कोरोना संक्रमण का डर कम होने लगा है। लोगों द्वारा कोरोना के प्रोटोकाल का पालन करने में लापरवाही बरती जा रही है। जिससे पर्व में अधिक लोगों के संक्रमित होने की संभावना बढ़ सकती है। सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं अन्य विभागों के अधिकारियों को यह ध्यान रखना होगा कि त्यौहारों में कोरोना के प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन किया जाए। इस पर लगातार निगरानी रखे। मास्क एवं सोशल डिस्टेसिंग का पालन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है लोगों को इसके लिए जागरूक करें।
कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि धान खरीदी की तैयारी पहले ही पूरा कर लें। धान विक्रय के लिए किसानों का पंजीयन समय-सीमा में शत प्रतिशत करने के निर्देश दिए है। धान खरीदी केन्द्र में चबूतरा निर्माण के लिए लगातार कार्य स्वीकृत किए जा रहे हैं। सभी जनपद सीईओ को चबूतरा का निर्माण प्रारंभ करने व धान खरीदी के पहले पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि धान खरीदी में कोरोना के प्रोटोकाल का पालन किया जाना चाहिए। धान खरीदी केन्द्र में एक दिन में सिर्फ उतने ही किसानों को बुलाया जाए जितने किसानों के धान की तौलाई किया जा सके। इन सभी का प्रारूप पहले ही तैयार कर लिया जाए। धान खरीदी में आने वाले दिक्कतों को पहले ही दूर कर लिया जाना चाहिए। कलेक्टर श्री वर्मा ने गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण कार्य की समीक्षा की। उन्होंने इसके धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि गोधन न्याय योजना शासन की महत्वपूर्ण योजना है। जिसका क्रियान्वयन सही तरीके से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिले में सबसे ज्यादा गोबर की खरीदी की गई है। वर्मी कम्पोस्ट निर्माण भी उसी अनुरूप होना चाहिए। इसके निर्माण में गंभीरता लाने की जरूरत है। सभी जनपद सीईओ को उत्पादन बढ़ाने के निर्देश दिए है। वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन के बाद उसके पैकेजिंग टेस्टिंग तथा रख-रखाव की व्यवस्था करने कहा है। गोबर की खरीदी में लगातार वृद्धि हो रही है। जिसके लिए गौठानों में वर्मी बेड निर्माण करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में गौठान का निर्माण नहीं हुआ है उन सभी पंचायतों में गौठान का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए स्थानों का चयन कर प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि गौठानों में आर्थिक गतिविधियां करने की जरूरत है।
कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि जिले में काम की कमी नहीं है। नरेगा के तहत अनेक कार्य स्वीकृत किए गए है। इन कार्यों में लोगों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराए तथा आर्थिक गतिविधियों का लाभ पहुचाए। कलेक्टर श्री वर्मा ने वनधन केन्द्र में जल्द ही उत्पादन प्रारंभ करने के निर्देश दिए है। उन्होंने आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अंतर्गत नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इसमें अधिक कार्य करने की जरूरत है। गर्भवती माताओं का एएनसी चेकअप, टीकाकरण जैसे कार्य में कमी आई है। इसमें सुधार करने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि 31 अक्टूबर को ई-मेगा कैम्प का आयोजन किया जाएगा। जिसमें शासन तथा प्रशासन के महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले के सभी 9 जनपदों में इसका आयोजन किया जाएगा। सभी विकासखंड वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े रहेंगे। इसके लिए सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री मिश्रा ने बताया कि ई-मेगा कैम्प का मूल उद्देश्य ऐसे हितग्राही जिन तक कोरोना के कारण लाभ नहीं पहुंच पाया है उनको लाभ पहुंचाना है। इसके माध्यम से शासन तथा प्रशासन के कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को दिया जाएगा। कैम्प में हितग्राहियों को योजनाओं के बारे में जानकारी भी दी जाएगी। इस कैम्प में कोरोना के प्रोटोकाल का पालन करते हुए हितग्राही आएंगे। इसका लाइव प्रसारण यू-ट्यूब के माध्यम से किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि कोरोना सैम्पल में वृद्धि होनी चाहिए। जिससे संक्रमित व्यक्ति का पहचान कर आइसोलेट किया जा सके। सभी जनपदों में लक्षण वाले मरीजों की पहचान कर जांच करना है। मौसम में बदलाव होने से वायरस बढऩे की संभावना अधिक रहती है। सभी स्थानों पर डोर-टू-डोर सर्वे किया जाएगा। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री हरिकृष्ण शर्मा, अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती तनुजा सलाम, नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। विडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए विकासखंड अधिकारी जुड़े रहे।