जांजगीर. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में तीन चरणों में लॉकडाउन किया गया है, लेकिन लॉकडाउन फेस-3 में सराकर द्वारा काफी ढील दी गई है. इसके तहत 40 दिन बाद 4 मई से छत्तीसगढ़ में शराब की दुकानें खोल दी गई हैं. ऐसे में शराब बेचे जाने के नाकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिल रहे हैं. शराब की दुकानों में लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां तो उड़ ही रही हैं. इसके अलावा कुछ लोग अपराध को भी अंजाम दे रहे हैं. ताजा मामला जांजगीर जिले में देखने को मिला.
जांजगीर जिले के सिटी कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र के ग्राम पुटपुरा में एक बेटे पर अपने ही मां की हत्या का आरोप लगा है. पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक आरोपी बेटे ने डंडे से पीटकर अपने मां की हत्या कर दी है. बताया जा रहा है कि आरोपी अमृत लाल गड़ेवाल शराब पीने का आदी है. लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा शराब दुकान खोले जाने की छूट मिलने के बाद वो 4 मई को शराब की दुकान पहुंचा. इसके बाद उसने खूब शराब पी.
शिकायत के मुताबिक आरोपी अमृत गांव की गलियों में हंगामा करने लगा. ग्रामीणों द्वारा समझाने के बाद वह अपने घर पहुंचा. वहां भी अपनी पत्नी कुमारी बाई गढ़ेवाल और मां सुखिन बाई के साथ विवाद करते हुए हंगामा करता रहा. उसके हंगामे से परेशान उसकी पत्नी कुमारी और मां सुखिन बाई उसे शांत रहने के लिए समझाती रहीं, लेकिन वो नहीं माना. उसने घर में रखे डण्डे से अपनी पत्नी कुमारी बाई और अपनी मां सुखिन बाई को पीटना शुरू कर दिया. इसपर उसकी पत्नी मौके से भागकर पड़ोसी के यहां चली गई. पत्नी के जाने के बाद शराब के नशे में धुत अमृत ने मां को भी पीटना शुरू कर दिया, जिससे मां सुखिन बाई की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई.