खारीझरिया गांव में संचालित खदान का ग्रामीणों ने किया विरोध

नाराजगी: पत्थर तोडऩे के लिए ब्लास्टिंग के दौरान घरों में गिर रहे बड़े-बड़े पत्थरकुनकुरी. जशपुर जिले के एक गांव में संचालित क्रेशर के पत्थर खदान के क्षेत्र में ग्रामीण की संदिग्ध मौत के बाद ग्रामीणों ने गांव के भीतर संचालित एक खदान का विरोध शुरू कर दिया है। घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार कुनकुरी थाना क्षेत्र के खारीझरिया गांव में संचालित एक पत्थर खदान में इतनी जोर की ब्लास्टिंग हुई कि घदान के पत्थर छिटक कर घरों में आने लगे, और घरों में रखे कुछ सामान और घर के कुछ हिस्से भी टूट गए। इस ब्लास्टिंग के थोड़ी देर बाद खदान से कुछ दूरी पर स्थित एक डबरी में गांव के ही राजू राम नाम के एक राजमिस्त्री को मृत पड़ा हुआ पाया गया। ग्रामीणों को शक है कि खदान की ब्लास्टिंग के बाद खदान के छिटके हुए पत्थरों से घातक चोट लगने से उसकी मौत हुई है, इसलिए ग्रामीणों ने खदान का विरोध शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि बस्ती में खदान चलाना वैसे भी नियमसंगत नहीं है और ब्लास्टिंग से उनके ऊपर खतरे का साया हर वक्त मंडराता रहता है।ग्रामीण की मौत होने के बाद आक्रोश : ग्रामीणों का कहना है कि खदान का पत्थर छिटक कर जब घरों को नुकसान पहुंचा सकता है तो संभव है कि राजू राम की मौत भी उसी से हुई होगी। हांलाकी मृतक राजू राम को पानी में मृत पाया गया था और उसके जिस्म में किसी तरह के चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। कुनकुरी थाना पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह माना जा रहा है कि मृतक की मौत पानी में डूबने से हुई है लेकिन मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। बहरहाल मृतक की मौत जैसे भी हुई हो, लेकिन यह भी सच है कि पत्थर खदान बस्ती के अंदर में है और गुरुवार को लगभग 3 या 4 बजे के बीच खदान में जोरदार ब्लास्टिंग हुई थी और इस ब्लास्टिंग से लोग डरे सहमे से हैं और भविष्य में कोई बड़ी घटना ना हो इस बात की उन्हें चिंता सता रही है।