छत्तीसगढ़ ऑटोमेटिक सेनेटाइजर मशीन का नाम है ‘जीवराखन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष कल यहां राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में रायपुर पश्चिम विधानसभा के विधायक विकास उपाध्याय के क्षेत्र में कार्यरत ग्रीन वे इंडिया कंपनी के द्वारा नवाचार के माध्यम से बनाई गई पूर्णतः मेक इन छत्तीसगढ़ ऑटोमेटिक सैनिटाइजर निकलने वाली सेनेटाइजर मशीन का प्रदर्शन किया गया। ऑटोमेटिक सेनेटाइजर देने वाली मशीन का नाम ‘जीवराखन’ रखा गया है। मुख्यमंत्री बघेल ने ग्रीन वे इंडिया कंपनी छत्तीसगढ़ के इस अविष्कार की प्रशंसा की। इस दौरान विधायक उपाध्याय ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रेरणा लेकर ग्रीन वे इंडिया कंपनी ने मेक इन छत्तीसगढ़ मॉडल का सेनेटाइजर मशीन विकसित किया है। छत्तीसगढ़ में भी प्रतिभावान तथा छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करने वाले और यहां नए अविष्कार करने वालों की कमी नहीं है। मशीन का नाम भी छत्तीसगढ़ में जीवराखन रखा गया है। जीवराखन का मतलब जीवन की रक्षा करने वाला है। कोरेना महामारी संकट में सेनेटाइजर से हाथों को साफ करना दिनचर्या में शामिल हो चुका है। ऐसे हालात में सार्वजनिक स्थानों, दुकानों, घरों, व्यावसायिक मॉल आदि जगहों में आगंतुकों को महामारी से संक्रमित होने से बचाने के लिए सेनेटाइजर का उपयोग जरूरी हो गया है। जिसके लिए मेन पावर की आवश्यकता पड़ती है। इस को ध्यान में रखते हुए ग्रीन वे इंडिया कंपनी ने छत्तीसगढ़ में फुल्ली लोडेड ऑटोमेटिक मशीन का आविष्कार किया है। जो महामारी संकटकाल में आम जनता के काम आएगा। इस मशीन में सेनेटाइजर की खपत भी कम होगी और जितना हाथ धोने के लिए सेनेटाइजर लगता है, उतना ही सेनेटाइजर मशीन के सामने हाथ रखने से ऑटोमेटिक निकलेगा। ग्रीन वे इंडिया कंपनी जो पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में कार्यरत है, इसके मालिक दीपक अग्रवाल, कमल अग्रवाल तथा संजय अग्रवाल हैं।