क्राइमप्रदेश

महिला बनकर छिपा था हिस्ट्रीशीटर, लाल साड़ी में गिरफ्तार दयाशंकर उर्फ बिट्टू का वीडियो वायरल

 एक शातिर हिस्ट्रीशीटर दयाशंकर उर्फ बिट्टू पिछले चार महीनों से फरार था और पुलिस को गुमराह करने के लिए महिला के वेश में छिपा हुआ था। आखिरकार लाल साड़ी पहले बिट्‌टी धरा गया…

जोधपुर: राजस्थान कीजोधपुर पुलिस की सतर्कता और सूझबूझ से एक शातिर हिस्ट्रीशीटर आखिरकार गिरफ्त में आ गया। सदर कोतवाली थाना पुलिस ने चार महीने से फरार चल रहे अपराधी दयाशंकर उर्फ बिट्टू (35) को महिला के वेश में छिपे हुए उसके घर से गिरफ्तार किया। दयाशंकर ने खुद को पुलिस की नजरों से बचाने के लिए साड़ी पहन रखी थी और महिला की तरह व्यवहार कर रहा था।

महिला की तरह कपड़े पहनकर देता था गुमराह दयाशंकर अपने घर में महिला के कपड़े पहनकर छिपा हुआ था और पुलिस जब भी उसके घर दबिश देती, वह हाथ से इशारा कर देता कि वह वहां नहीं है। उसकी इस चालाकी के चलते वह लंबे समय से गिरफ्तारी से बचता रहा। लेकिन सोमवार को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि वही महिला रूपी व्यक्ति ही दयाशंकर है। इसके बाद जोधपुर पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दयाशंकर महिला की तरह साड़ी पहने दिख रहा है।

कैसे पकड़ा गया?
पुलिस को खबर मिली थी कि दयाशंकर अपने ही घर में महिला बनकर छिपा हुआ है. डीसीपी आलोक श्रीवास्तव के कहने पर पुलिस ने घर पर छापा मारा. वहां दयाशंकर साड़ी-ब्लाउज पहने मिला. उसने इशारे से पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस को शक हुआ. जब पुलिस ने उसे अच्छे से देखा, तो पता चला कि यह कोई महिला नहीं, बल्कि फरार दयाशंकर ही था.

कैसे पकड़ा गया?

पुलिस को खबर मिली थी कि दयाशंकर अपने ही घर में महिला बनकर छिपा हुआ है. डीसीपी आलोक श्रीवास्तव के कहने पर पुलिस ने घर पर छापा मारा. वहां दयाशंकर साड़ी-ब्लाउज पहने मिला. उसने इशारे से पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस को शक हुआ. जब पुलिस ने उसे अच्छे से देखा, तो पता चला कि यह कोई महिला नहीं, बल्कि फरार दयाशंकर ही था.

13 मामलों में वांछित, इलाके में फैलाया था खौफ

दयाशंकर पर मारपीट, लूट और धमकी जैसे करीब 13 संगीन मामले दर्ज हैं। वह पुलिस थाना सदर कोतवाली, जोधपुर पूर्व का वांछित अपराधी था। कमिश्नर राजेंद्र सिंह और डीसीपी आलोक श्रीवास्तव के निर्देशन में थानाधिकारी अनिल यादव और उनकी टीम ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना के आधार पर कार्रवाई की।

Related Articles

Back to top button