जम्मू, राजौरी, पठानकोट… पाकिस्तान का कई इलाकों में ड्रोन अटैक, भारत ने मार गिराए

पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। आज फिर एक पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में ड्रोन अटैक की खबरें सामने आ रही हैं। खतरे को देखते हुए कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। पूरे इलाके में सायरन बज रहा है और ब्लैकआउट किया गया है। रक्षा सूत्रों ने बताया कि जम्मू, सांबा, पठानकोट सेक्टर में पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए हैं। भारत का एयर डिफेंस सिस्टम इस हमले का करारा जवाब दे रहा है। भारत ने पाक के कई ड्रोन मार गिराए हैं।
कई इलाकों में ब्लैकआउट और सायरन की गूंज
हमले के बाद जम्मू, सांबा, उधमपुर, राजौरी, अखनूर और फिरोजपुर में पूर्ण ब्लैकआउट लागू किया गया। सायरन की आवाजें और विस्फोटों की गूंज ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी। उधमपुर और सांबा में भी सायरन बज रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने लोगों को घरों में रहने और रोशनी बंद रखने की सलाह दी।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी ड्रोनों ने जम्मू, सांबा, और पठानकोट के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की। इसके साथ ही पुंछ और उधमपुर में भी गोलाबारी और विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं। सांबा में भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने ब्लैकआउट के बीच कई ड्रोनों को नष्ट किया, जिसके कारण जोरदार धमाकों की आवाजें गूंजीं।
कल भी मुंह की खाई, आज फिर हिमाकत
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने इस तरह की हरकत की हो। गुरुवार रात को भी पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर सहित भारत के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइल हमले किए थे, जिन्हें भारतीय सेना ने पूरी तरह नाकाम कर दिया। सूत्रों के अनुसार, भारत ने न केवल ड्रोनों को मार गिराया, बल्कि पाकिस्तान के एक F-16 और दो JF-17 लड़ाकू विमानों को भी नष्ट किया। इसके बावजूद, पाकिस्तान ने आज फिर से ड्रोन हमले की हिमाकत की, जिसे भारतीय सेना ने एक बार फिर विफल कर दिया।
भारत ने आईएमएफ में किया पाकिस्तान की फंडिंग का विरोध
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने विस्तारित निधि सुविधा (EFF) ऋण कार्यक्रम की समीक्षा की। आईएमएफ ने पाकिस्तान के लिए एक नए ऋण कार्यक्रम (1.3 बिलियन डॉलर) पर भी विचार किया। भारत ने पाकिस्तान के मामले में आईएमएफ कार्यक्रमों की प्रभावशीलता पर चिंता जताई। भारत सरकार ने कहा कि पाकिस्तान के खराब ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए सीमा पार आतंकवाद के लिए फंडिंग में ऋण निधि के दुरुपयोग की संभावना जताई।
भारत ने कहा कि सीमा पार आतंकवाद को प्रोत्साहित करना वैश्विक समुदाय को एक खतरनाक संदेश देता है। यह फंडिंग एजेंसियों और दानकर्ताओं की प्रतिष्ठा को जोखिम में डालता है। वैश्विक मूल्यों का मजाक उड़ाता है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत के बयानों और मतदान से उसके दूर रहने पर ध्यान दिया। भारत ने आतंकवाद संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए पाकिस्तान के ऋण कार्यक्रमों पर आईएमएफ (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) के मतदान से खुद को दूर रखा।