छत्तीसगढ़राजनांदगांव जिला

राजनांदगांव : 20 हजार टन धान का उठाव नहीं दीमक व चूहे पहुंचा रहे हैं नुकसान

राजनांदगांव समर्थन मूल्य पर धान खरीदी खत्म होने के 70 दिनों बाद भी केन्द्रों से धान का 100 प्रतिशत उठाव नहीं किया गया। खरीदी केंद्रों में अब तक 20 हजार मीट्रिक टन धान खुले आसमान के नीचे पड़ा है। इस कारण धान के प्रति बारे में 2 से 3 किलो तक सूखत आ गया। डीओ और टीओ जारी कर खरीदी केन्द्रों से तेजी से धान उठाव करने का दावा किया जा रहा है। वहीं जिले में बने चार संग्रहण केन्द्रों में 1 लाख 30 हजार मीट्रिक टन धान शेष है। जिसकी 17 अप्रैल से जेम पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन नीलामी की तैयारी है।

जिलेभर के किसानों से बीते खरीफ सीजन के धान की 14 नवंबर 2024 से समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीदी की शुरुआत की गई थी जो 31 जनवरी 2025 तक चली। शुरू से धान की बंपर आवक के चलते खरीदी केन्द्रों में धाम जाम होने से खरीदी प्रभावित और बंद होती रही। लेकिन शुरुआत से उठाव की गति धीमी रही और खरीदी खत्म होने के 70 दिनों बाद भी वहीं स्थिति है। राइस मिलर्स ने अब तक धान का उठाव नहीं किया। अब 17 अप्रैल से इसकी जेम पोर्टल से ऑनलाइन नीलामी की तैयारी है। क्वालिटी खराब होने से नीलामी में बोली कम लगेगी।

धान को सुरक्षित रखने की चुनौती प्रशासन के द्वारा खरीदी केन्द्रों और संग्रहण केन्द्रों में धान को कैप कवर से ढंक कर सुरक्षित रखने का दावा तो किया जा रहा है। लेकिन धान को मवेशियों के अलावा दीमक और चूहे नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसे सुरक्षित रखने अतिरिक्त राशि खर्च करनी पड़ रही। समिति कर्मियों के लिए इसे सुरक्षित रखना बड़ी चुनौती है। कई खरीदी केन्द्रों में फेसिंग खराब होने से मवेशी प्रवेश कर रहे हैंे। मवेशियों से धान को सुरक्षित करें तो दीमक और चूहों से बचाने में अतिरिक्त खर्च एवं दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा।

See also  CG : छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन

लगातार मांग करने के बाद भी उठाव नहीं किया जा रहा जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ के माध्यम से समिति कर्मियों द्वारा धान के उठाव में तेजी लाने की लगातार मांग की जाती रही। लेकिन उठाव में तेजी नहीं आई। विगत वर्षों में धान में सूखत शॉर्टेज आने पर समिति कर्मियों से रिकवरी की जाती रही। लेकिन शासन द्वारा इसका समय पर उठाव नहीं कराया गया और समिति प्रबंधकों से शॉर्टेज की रिकवरी नहीं करने का मौखिक आश्वासन दिया गया। लेकिन लिखित आदेश नहीं होने से उनकी चिंता बढ़ी हुई है। अब खरीदी केन्द्रों में पड़ा धान तेज धूप में सूख रहा है।

धान की क्वालिटी खराब होने की शिकायत नहीं मिली खाद्य अधिकारी रविन्द्र सोनी ने बताया खरीदी केन्द्रों में 20 हजार मीट्रिक टन शेष धान का राइस मिलर्स से उठाव कराया जा रहा है। चार संग्रहण केन्द्रों में सुरक्षित 1 लाख 30 हजार मीट्रिक टन धान की शासन स्तर पर जेम पोर्टल के माध्यम से ओपन नीलामी होगी इसमें कोई भी हिस्सा ले सकता है। वर्तमान तेज धूप और भीषण गर्मी के कारण धान में सूखत आ सकता है लेकिन धान की क्वालिटी खराब होने की शिकायत नहीं मिली है। नीलामी में बेहतर बोली लगने की पूरी संभावना है।

Related Articles

Back to top button