मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 12 मई को भोपाल से रवाना की गई पशु चिकित्सा एम्बुलेंस अपने गंतव्य तक पहुँच गई हैं। प्रत्येक विकासखण्ड में पहुँची इन चलित पशु चिकित्सा ईकाईयों के पहुँचने से ग्रामीणों में खुशी का आलम है। जहाँ बीमार पशु को डॉक्टर के पास तक ले जाना एक बड़ी समस्या हुआ करती थी, वहीं अब चिकित्सा सुविधाओं के दर पर पहुँचने से मवेशी स्वस्थ रहेंगे। स्वस्थ पशु अधिक दूध देंगे। इससे ग्रामीण बेहतर आमदनी के प्रति भी आशान्वित हो चले है।
पशु चिकित्सा एम्बुलेंस के गाँवों पर पहुँचने पर जन-प्रतिनिधियों और कहीं पशुपालकों ने आरती उतारी और पूजा कर स्वागत किया। जिलों में पहुँची एम्बुलेंस को स्थानीय विधायकों ने हरी झण्डी दिखाकर अपने गंतव्य के लिये रवाना किया। लोगों ने एम्बुलेंस का फायदा उठाना शुरू कर दिया है। बीमार पशु के पालक कॉल सेंटर फोन कर सुविधा का लाभ उठा रहें है और व्यवस्था के लिये शासन को धन्यवाद दे रहें है।नरसिंहपुर जिले के साईखेड़ा गाँव के अभिषेक सोनी कहते है मेरी गाय ने कल खाना-पीना बंद कर दिया था। गाय को तुरंत चिकित्सा सहायतामिलने से अब स्थिति सामान्य है। पहले यहीं बीमारी आगे बढ़ जाती थी और दुग्ध उत्पादन में नुकसान झेलना पड़ता था। बागली पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय शर्मा ने कहा कि आस-पास के 40 से 50 कि.मी. के गाँव तक के पशु मालिक इस सुविधा से लाभान्वित होंगे। कई पशुपालक तो एम्बुलेंस को देखने तक आ गये हैं।चलित पशु चिकित्सा ईकाई में उपचार, कृत्रिम गर्भाधान, छोटे ऑपरेशन, गोबर-खून की जाँच, दवाईयाँ और जीपीएस की सुविधा उपलब्ध है। पशुपालक राज्यस्तरीय टोल फ्री नम्बर 1962 पर कॉल कर सुविधा ले रहे है।