राजनांदगांव डोंगरगांव और डोंगरगढ़ विधानसभा के अंतर्गत 9 गांव में सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया नई दिल्ली ने लगभग 900 करोड़ की लागत से मेगा सोलर प्लांट तैयार कर लिया है। इस प्लांट के चालू होने से कोयला संकट के दौर में बिजली की आपूर्र्ति में दिक्कत नहीं आएगी। सोलर एनर्जी का भरपूर इस्तेमाल होने से प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कम होगा। 1 फरवरी से इस संयंत्र से बिजली कंपनी को पावर सप्लाई भी शुरू कर दी है। ठेलकाडीह सब स्टेशन के माध्यम से यह सोलर एनर्जी पूरे राज्य में सप्लाई की जाएगी।
विद्युत वितरण कंपनी के साथ हुए एमओयू के तहत सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया नई दिल्ली की ओर से इस बड़े प्रोजेक्ट पर दो साल पहले वर्क शुरू किया गया। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से 500 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई गई। लगभग 900 करोड़ के इस प्रोजेक्ट के तहत बंजर और पथरीली जमीन पर प्रोजेक्ट का वर्क शुरू हुआ और 1 फरवरी से पावर सप्लाई शुरू कर दी गई। सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन के अफसरों ने बताया कि यह प्लांट अत्याधुनिक है। देशभर में बैटरी स्टोरेज की अधिक क्षमता वाला प्लांट कहीं भी नहीं है।
प्रोजेक्ट से आसपास के 9 गांव जुड़े हुए
कंपनी के अफसरों के अनुसार डोंगरगांव क्षेत्र के गिरगांव सहित डोंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में आने वाले 9 गांव में यह प्रोजेक्ट तैयार हुआ। इन गांवों में भी सोलर एनर्जी का इस्तेमाल होगा। सोलर प्लांट से राजनांदगांव के ठेलकाडीह सब स्टेशन में पावर की सप्लाई शुरू हो गई है। बिजली कंपनी की ओर से यहां से पूरे प्रदेश में जरूरत के हिसाब से पावर सप्लाई की जाएगी।
प्राकृतिक संसाधन का दोहन कम होगा
ऐसी स्थिति में प्रदेश में बिजली का उत्पादन करने में दिक्कत आती है। कोयले की वजह से प्राकृतिक संसाधनों का भरपूर दोहन होने से भारी नुकसान होने लगा है। पेड़ों की कटाई होने से जंगल खत्म हो रहे हैं। इस वजह से भारत सरकार की ओर से सोलर एनर्जी का भरपूर इस्तेमाल करने यह प्रोजेक्ट तैयार कर इसे अमलीजामा पहनाया गया। यह तरह से प्रदेश में बिजली की एक बड़ी समस्या दूर हो गई है।
रात में तीन घंटे तक पावर की सप्लाई
बताया कि दिन में सूर्य से ऊर्जा संग्रहित करेगा। इससे 100 मेगावॉट तक पावर सप्लाई होगी। रात में बैटरी में संग्रहित ऊर्जा से लगभग तीन घंटे तक पावर सप्लाई होगी। यानी की रात को 40 मेगावॉट पावर जनरेट कर बिजली कंपनी को सप्लाई करेेंगे। अफसरों ने बताया कि देश में कोयले का संकट बना रहता है। बजंर जमीन को सोलर एनर्जी प्लांट लगाकर उपयोगी बना दिया गया है। जमीन पर पत्थर होने से यहां खेती भी नहीं कर पा रहे थे।
बिजली की आपूर्ति में बड़ी राहत मिलेगी
ठेलकाडीह स्थित 220 केव्ही सब स्टेशन में सोलर एनर्जी पावर सप्लाई के लिए कनेक्शन हो चुका है। इससे बिजली आपूर्ति में राहत मिलेगी। बिजली आपूर्ति में रोज कई तरह की समस्याएं आती हैं।