राजनांदगांव। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर सोमवार को ठेठवार यादव समाज की युवा शाखा द्वारा निकाली गई शोभायात्रा बीच में ही समाप्त करनी पड़ी। दरअसल कोरोना के संक्रमण को देखते हुए आयोजन की अनुमति ही नहीं थी। समाज ने बिना
अनुमति के ही बाजे-गाजे के साथ शोभायात्रा निकाली । प्रशासन की समझाइश के बाद समाज ने भारत माता चौक पर शोभायात्रा खत्म कर दी। इस दौरान शोभायात्रा को खत्म करने को लेकर युवाओं को प्रशासन के बीच बहसबाजी भी हुई।
शहर में श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर जगह-जगह आयोजन हुए। ठेठवार समाज की यंग विंग ने नंदई से शोभायात्रा निकाली थी। यह बसंतपुर थाना होते हुई सदर लाइन से भारत माता चौक जैसे ही पहुंची, पुलिस ने रोक दिया। समाज का कहना था कि इसके पहले कोरोना काल में ही कई जुलूस-रैली डीजे के साथ बिना अनुमति के निकाले गए थे। उन्हें किसी ने नहीं रोका। फिर धार्मिक- सामाजिक शोभायात्रा क्यों रोकी जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने समझाया। फिर डीजे बंद करा दिया गया।
शासन- प्रशासन द्वारा बिना अनुमति कृष्ण जन्म उत्सव पर रैली-सभा नहीं करने की हिदायत दी गई थी, जिसके चलते कोई बड़ी शोभायात्रा नहीं निकाली गयी, लेकिन नंदई से बाजे -गाजे की धुन पर रथ के साथ रैली निकाली गई थी, जिसे बिना अनुमति रैली निकाले जाने का हवाला देकर पुलिस ने भारत माता चौक के समीप रोक दिया। कुछ देर बहस के बाद समाज के लोगों ने भी प्रशासन के आदेश को मानते हुए बाजा-गाजा बंद कर रैली समाप्त कर दी।
सादगी के साथ मनाया उत्सव : यादव समाज द्वारा महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल के पास स्थित अपने कुल देवता साडा, देव मंदिर में विधि-विधान से पूजा अर्चना की गई। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर यादव समाज द्वारा भव्य रैली निकाली जाती थी, लेकिन इस वर्ष भी कोरोना काल के चलते जन्माष्टमी पर्व को सादगी पूर्ण वातावरण में श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाने का निर्णय लिया गया था। साडा देव के मंदिर पर पहुंचकर समाज के लोगों ने विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की। यादव समाज का कहना है कि कोरोना कुछ कम तो हुआ है, परंतु अभी खत्म नहीं हुआ है। शोभायात्रा निकालने से लोग एक जगह आते और इससे भीड़ बढ़ती, जिससे संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता। इसलिए समाज द्वारा इस साल भी शोभायात्रा न निकाल कर सादगी पूर्ण से पूजा करने का निर्णय लिया था।