मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आज यहां पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ में शदाणी शिरोमण्डल और रायपुर सिंधी समाज द्वारा भव्य स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जय-जय सदाराम घोष के साथ कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे यहां आने और पूज्य गुरू के आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि शदाणी दरबार अध्यात्मिक शक्ति का केन्द्र है और जो भी यहां सच्चे मन से मत्था टेकता है, उसकी मनोकामना पूरी होती है। शदाणी दरबार के आशीर्वाद से ही मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता को प्रदेश की जिम्मेदारी मिली है। मैं यह प्रार्थना करता हूं कि शदाणी दरबार मुझे इतनी शक्ति दे कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चुनाव के समय की गई गारंटियों को शत्-प्रतिशत पूरा कर प्रदेश की जनता के अटूट विश्वास पर खरा उतर सकूं।

मुख्यमंत्री ने शदाणी दरबार पहुंचकर सबसे पहले संत सदाराम की समाधि पर जाकर मत्था टेका और शदाणी दरबार में धुनी वाले महादेव साहेब की विधिविधान से पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
संत डॉ. युधिष्ठिर लाल ने अपने आशीर्वचन में कहा कि भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के प्रतीक, पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ एक सर्वधर्म, समभाव का संनातनी मान्यताओं के प्रचार-प्रसार की सेवा स्थली है। इस पूज्य स्थल पर मुख्यमंत्री के प्रथम आगमन पर उनका समाज की ओर से स्वागत है। उन्होंने कहा कि देश की प्रगति और खुशहाली के लिए धर्मानुसार शासन होता है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार आने वाले दिनों में प्रदेश-देश की प्रगति व खुशहाली के लिए और भी बेहतर ढंग से काम करेगी। सभी वर्गों को साथ लेकर समरसता के भाव से उन्नति की ओर अग्रसर होगी।