महासमुंद: 150 लीटर कच्ची शराब के साथ 2 गिरफ्तार
महासमुंद. छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में लॉकडाउन के कारण सरकारी शराब दुकान बंद हैं. ऐसे में कच्ची महुआ शराब की बिक्री जोरो पर है. इसे लेकर महासमुंद पुलिस की जिलेभर में ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में कच्ची महुआ शराब की बिक्री को पकड़ने में महासमुंद के सरायपाली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने सरायपाली के बोड़ेसरा गांव में शराब विक्रेताओं को कच्ची शराब बनाते हुए रंगे हाथ पकड़ा है.पुलिस ने शराब बनाने की भट्ठी को नष्ट कर 150 लीटर कच्ची शराब और बड़ी मात्रा में महुआ लाहन और शराब बनाने का पात्र भी बरामद किया है. मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है और 1 फरार आरोपी की तलाश कर रही है. इन पर आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है.
थाना प्रभारी मल्लिका बैनर्जी ने बताया कि सराईपाली पुलिस को सूचना मिली थी कि ग्राम बोड़ेसारा में बड़े पैमाने पर कच्ची शराब बनाई जा रही है. इसके आधार पर पुलिस ने दबिश देते हुए गांव के दुर्योधन साव पिता संतोष साव (60), देवनाथ साव पिता गणपत साव (58), को ग्राम बोड़ेसारा के कांटामुड़ा तालाब के किनारे अवैध रूप से हाथ भट्टी पर महुआ शराब बनाते हुए धर दबोचा है. पुलिस की घेराबंदी में जहां आरोपी दुर्योधन और देवनाथ पकड़ा गया, तो वहीं मौके से भागीरथी पिता परमेश्वर साव (55) तालाब के किनारे से फरार हो गया..पुलिस के मुताबिक आरोपियों के कब्जे से 7 नग पीले रंग के 20 लीटर वाली जरकिन में भरा हुआ 140 लीटर, 10 लीटर वाली सफेद जरकिन में भरी 10 लीटर कुल 150 लीटर कच्ची शराब जिसकी कीमती करीब डेढ़ लाख रूपए है. साथ ही शराब बनाने का सामान, छोटा बड़ा गंजी और प्लास्टिक पाइप प्रत्येक 50,50 फीट का जब्त किया गया है. तीनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने थाना सराईपाली में मामा दर्विज कर जांच कर रही है. साथ ही पकड़े गए आरोपियों कोगिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया गया है.