राजनांदगांव। प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के आह्वान पर जिला किसान मोर्चा के द्वारा सोसायटीयो में खाद बीज की कमी को लेकर मुख्यमंत्री के नाम राजनांदगांव जिला में ज्ञापन दिया गया। केंद्र सरकार द्वारा रासायनिक उर्वरक की आपूर्ति जरूरत के मुताबिक की जा रही है किंतु बिचोलियो एवं निजी क्षेत्र के व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए भूपेश सरकार द्वारा सहकारी सोसायटी को लक्ष्य के हिसाब से जानबूझकर आपूर्ति नहीं की जा रही है। जिससे किसानों को मजबूरन ज्यादा दर पर उर्वरक लेना पड़ा रहा है। इन्हीं विसंगतियों को दूर करने हेतु भाजपा जिला किसान मोर्चा द्वारा मुख्यमंत्री माननीय भूपेश जी के नाम कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया ज्ञापन सौंपने वाले में प्रमुख रूप से माननीय मधुसूदन यादव जी जिला अध्यक्ष भाजपा ,शशिकांत द्विवेदी जी प्रदेश संयोजक, कोमल सिंह राजपूत जी प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदीप गांधी जी पूर्व सांसद,भरत वर्मा जी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, हीरेद्र कुमार साहू जी अध्यक्ष जिला किसान मोर्चा, घासी राम साहू जी महामंत्री जिला किसान मोर्चा, दादूराम सोनकर जी उपाध्यक्ष जिला किसान मोर्चा, शिव वर्मा जी अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग मोर्चा, मोनू बहादुर जी अध्यक्ष युवा मोर्चा, तरुण लहरवानी जी मंडल अध्यक्ष, अतुल रायजादा जी मंडल अध्यक्ष, रोहित चंद्राकर जी मंडल अध्यक्ष, किशन यदु जी नेता प्रतिपक्ष, खिलेश्वर साहू जी, पुष्पा गायकवाड, रमेश चंद्राकर जी, संदीप साहू,अजय साहू, सत्रुहन मानिकपुरी, डोमन देशमुख, गौकरण साहू, बजरंग रजक आदि सभी उपस्थित रहे।

विज्ञप्ति में बताया गया कि गत वर्ष जिले की सेवा सहकारी समितियों में अप्रैल से आज तक 63684 मेट्रिक टन रासायनिक उर्वरक प्रदाय किया गया था किंतु इस वर्ष मात्र 41479 मेट्रिक टन ही उर्वरक उपलब्ध कराए गए हैं ।जिससे किसानों का दर दर भटकना पड़ हैं व्यापारियों तथा बिचौलियों को लाभ पहुंचाने के लिए 15 से 20 गुना अधिक दाम उर्वरक आबटित किया गया है। इस तरह किसानों को मजबूरन ज्यादा दर पर व्यापारियों से उर्वरक खरीदना पड़ रहा है। इसी प्रकार श्री भूपेश सरकार द्वारा बीज का दर भी बढ़ा दिया गया है । जिसके कारण भी किसानों का शोषण हो रहा है विज्ञप्ति में यह भी बताया गया है कि वर्मी कंपोस्ट के नाम पर गुणवत्ता विहीन खाद्य दी जा रही है। जिससे किसानों को लेने के लिए मजबूर भी किया जा रहा है ज्ञापन के माध्यम से मांग किया गया है कि इसे तत्काल रोक लगाया जाए साथ ही सोसाइटी में पर्याप्त मात्रा में यदि रासायनिक उर्वरक उपलब्ध नहीं किया जाता है तो आगामी 16 जुलाई को जिला स्तर पर विशाल धरना प्रदर्शन किया जावेगा इसके बाद भी सुधार नहीं आता है तो विकासखंड मुख्यालयों पर किसानों को साथ लेकर लोकतांत्रिक तरीके से विशाल धरना प्रदर्शन किए जाने का निर्णय लिया गया हैं।