न कुर्सी न टेबल, अधिकारी के तौर पर कोई ठाटबाट भी नहीं। लक्ष्य कोविड की दूसरी डोज लगाने का टारगेट पूरा करना। इसी मकसद से बीएमओ धगेड़ा डॉ. मोनीषा अग्रवाल अपना कार्यालय छोड़ इन दिनों सड़कों पर नजर आ रही हैं। रोजाना सुबह नौ बजे से ही वह शहर में निकल पड़ती हैं। रात 10 बजे तक सड़क किनारे बिना कुर्सी के कोविड टीकाकरण के लिए जागरूक करने के साथ-साथ लोगों को स्वयं टीके लगा रही हैं। मंगलवार सुबह डॉ. मोनीषा लालटेन चौक पर बैठ गईं। यहां उन्होंने एक घंटे के भीतर 50 से अधिक लोगों को दूसरी डोज लगाई।
- इसके बाद वह आर्मी कैंट, बस स्टैंड, वाल्मीकि मोहल्ला, गोविंदगढ़ मोहल्ला पहुंचीं, जहां दिनभर उन्होंने स्वयं ही टीके लगाना जारी रखा। इस दौरान उनकी टीम में शामिल स्वास्थ्य शिक्षिका कृष्णा राठौर व सीएचओ अदिति भी साथ रहीं।
- धगेड़ा स्वास्थ्य खंड में दूसरी डोज लगाने का 71 फीसदी लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। पहली डोज का लक्ष्य 120 फीसदी किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य महकमे में इन दिनों कोविड की दूसरी डोज का लक्ष्य हासिल करना बड़ी चुनौती बना है।
- 30 नवंबर तक इस लक्ष्य को पूरा करने की डेडलाइन है। मंगलवार को जिले में शाम पांच बजे तक 8208 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी थी।
नाहन में वाहन चालकों व यात्रियों को कोविड वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करतीं स्वास्थ्य शिक्षिका कृष्णा राठौर। – फोटो : अमर उजाला
जिले में 3,87,000 लोगों को दूसरी डोज लगाने का लक्ष्य है, जिसमें अब तक 2,44,999 लोगों का टीकाकरण हुआ है। 4,25,719 लोगों को पहली डोज लग चुकी है। डॉ. मोनीषा ने कहा कि लक्ष्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।