बिजली कंपनी की ओर से सुरक्षा इंतजाम के लिए भिलाई की सीडीओ हेल्पलाइन सिक्यूरिटी सर्विस को जिम्मेदारी दी गई है। इस कंपनी के तहत सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। कंपनी की ओर से सुरक्षा कर्मियों को हर माह वेतन के रूप में 9 हजार रुपए जारी किए जाते हैं पर सुपरवाइजर सुरक्षा कर्मियों से हर माह 4 हजार रुपए यह कहकर मांग लेता है कि यह राशि ठेकेदार को देनी पड़ती है।
सुरक्षा कर्मियों को लग रहा था कि यह कंपनी का नियम होगा। बाद में जब गड़बड़ी की आशंका हुई तो सुरक्षा कर्मियों ने सुपरवाइजर को पैसे देने बंद कर दिए तो सभी नौकरी से हटा दिया। सुरक्षा कर्मियों ने बिजली कंपनी के अफसरों के पास इसकी लिखित शिकायत कर दी है। काम से निकाले गए पांच सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि यहां पर सुपरवाइजर का पद भी नहीं है। इसके बाद भी मनमानी की जा रही है। कंपनी के अफसरों ने इस शिकायत के बाद जांच कराने का आश्वासन दिया है।