छत्तीसगढ़ में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है. बीजेपी सत्ता में वापसी के लिए अलग अलग रणनीति बना रही है. पार्टी के भीतर भी चुनाव के पहले नेतृत्व बदलाव की जमकर चर्चा चल रही है, यह बात खुद बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय ने मीडिया से कही. उन्होंने कहा कि बीजेपी को चुनाव से पहले एक आक्रामक चेहरे की आवश्यकता है और इस पर जल्द अंतिम निर्णय लेना होगा क्योंकि अब समय नहीं है.
रायपुर में गुरुवार को नंदकुमार साय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस दौरान बीजेपी को एक आक्रामक नेता की जरूरत है, जो सुदूर इलाकों तक जाकर काम कर सके. उन्होंने कहा, ”आक्रमक नेता एकदम आवश्यक है क्योंकि समय अब नहीं है. हमको इन सारी बातों पर शीघ्रता से चर्चा करनी चाहिए. जो एग्रेसिव लोग है उनको सामने रखकर के पार्टी को कैसे ताकतवर बनाए जाए, इस पर अंतिम निर्णय लेना चाहिए. सुदूर क्षेत्रों तक पार्टी को मजबूती से खड़ा कैसे किया जा सकता है, इस योजना पर तत्काल कोई न कोई अंतिम निर्णय लेने की आवश्यकता है.”
नंदकुमार साय ने आगे यह कहा
शीर्ष नेतृत्व से आक्रामक नेता की मांग के सवाल पर नंदकुमार साय ने कहा कि आने वाले समय में पार्टी को विजयी बनाना है. अब उसमें कैसे क्या हो सकता है, अभी तक क्या स्थिति थी, ये सारी बातें सामने होंगी. नंदकुमार साय ने यह भी बताया कि जिन-जिन लोगों से चर्चा हो रही, वो भी इस विषय पर चर्चा कर रहे है. संगठन को चेंज करने की बातें उठ रही है, इसलिए कुल मिलाकर के समग्र दृष्टि से पार्टी को ताकतवर कैसे बनाया जाए इस पर विचार करना चाहिए.
कांग्रेस नेता ने कसा ये तंज
नंदकुमार साय के बयान पर कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी को घेरा है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि नंद कुमार साय को मालूम है राज्य में बीजेपी एक कमजोर और बेलगाम सेना को लेकर लड़ाई लड़ने की कोशिश में लगी है. बीजेपी गुटबाजी में बंटी हुई है और कोई भी नेता एक दूसरे का नेतृत्व स्वीकार करने को तैयार नहीं है. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय पर भी निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि विष्णुराय साय को बीजेपी कार्यकर्ता रमन सिंह की गाय के नाम से पुकारते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के बीजेपी नेता जनता का भरोसा पहले ही खो चुके थे अब उनके केंद्रीय नेतृत्व का भी भरोसा उन पर नहीं रह गया.”