० बीमारियों की रोकथाम हेतु स्वस्थ जीवन शैली अपनाने पर जोर
० मोटापे पर नियंत्रण के लिए किए जाएंगे विविध आयोजन
राजनांदगांव। मोटापा ठीक नहीं है, इससे तमाम बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। इस बात का संदेश देते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 26 अक्टूबर को विश्व मोटापा दिवस मनाया जाएगा। इस दौरान लोगों को मोटापे से होने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। शिविर एवं अन्य जागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को मोटापे की वजह से होने वाली संभावित परेशानियों से अवगत कराते हुए मोटापे की रोकथाम व नियंत्रण हेतु उपाय भी बताए जाएंगे।
इस संबंध में संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें छत्तीसगढ़ द्वारा सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र जारी कर सूचित किया गया है। पत्र में जारी निर्देशों के अनुसार आने वाले 26 अक्टूबर को वर्ल्ड ओबेसिटी डे यानी विश्व मोटापा दिवस मनाया जाएगा। विश्व मोटापा दिवस के लिए इस वर्ष की थीम एवरी बॉडी नीड्स एवरी बडी (हर शरीर को हर एक की जरूरत है) निर्धारित की गयी है। इस अवसर पर जिला व ब्लॉक स्तर पर कई प्रेरक गतिविधियां आयोजित जायेंगी। खान-पान में बदलाव एवं जीवन शैली में परिवर्तन की वजह से विश्व में मोटापा अधिक बढ़ रहा है। मधुमेह, हृदय अघात एवं अन्य कई घातक रोग मोटापे के कारण हो रहे हैं। जीवन शैली में परिवर्तन के कारण भारत के विशेषकर शहरी क्षेत्र के लोग मोटापे का अधिक शिकार हो रहे हैं। ऐसे में मोटापे की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए सामूहिक प्रयास किया जाना अत्यंत आवश्यक है।
इसी कड़ी में राज्य में आगामी 26 अक्टूबर को वर्ल्ड ओबेसिटी डे मनाया जाएगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य संबंधी जागरुकता लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित बीमारियों की रोकथाम हेतु स्वस्थ जीवन शैली अपनाने पर जोर दिया जाएगा। जिला एवं ब्लॉक स्तर पर निःशुल्क स्वास्थ्य जांच व परामर्श शिविर लगाए जाएंगे जिसमें मोटापे से संबंधित स्वास्थ्य जांचों की सुविधा भी निःशुल्क उपलब्ध रहेगी। इसी तरह अस्पताल, स्कूल व कॉलेज जैसे स्थानों पर मोटापा नियंत्रण हेतु सही भोजन व व्यायाम की आवश्यकता पर जोर देते हुए विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा व्याख्यान दिया जाएगा। सार्वजनिक वार्ता एवं परामर्श कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। सार्वजनिक जागरूकता के लिए सूचना संचार गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी।
मोटापे से संबंधित निःशुल्क स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श शिविर में बॉडी मॉस इंडेक्स, लिपिड प्रोफाइलए रक्तचाप एवं मधुमेह रोग की जांच अनिवार्य रूप से की जाएगी। रेलवे स्टेशन, बस स्टाप व सिनेमा घर जैसे सार्वजनिक स्थलों पर मोटापा नियंत्रण से संबंधित प्रेरक ब्रोशर एवं पैम्पलेट बांटे जाएंगे। चौक-चौराहों पर होर्डिंग एवं बैनर्स लगाए जाएंगे। स्वस्थ भोजन की उपलब्धता पर भी लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा।
विश्व मोटापा दिवस पर होंगे यह कार्यक्रम
० मोटापे से संबंधित शिविर में एनजीओ या निजी सेक्टर के हृदय रोग विशेषज्ञों को किया जाएगा आमंत्रित।
० स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में निःशुल्क जांच सुविधा भी मिलेगी। इसमें उच्च रक्तचाप, रक्त शर्करा, बीएमआई आदि जांचों की सुविधा दी जाएगी।
० स्कूल में किए जाएंगे जंक फूड से होने वाले दुष्प्रभाव पर आधारित जागरूकता कार्यक्रम।
० मोटापे पर जागरूकता लाने को वाकेथान का होगा आयोजन।
० मोटापे से संबंधित सेमीनार एवं विशेष योग शिविर का होगा आयोजन।