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मध्य प्रदेश

स्कूल शिक्षा मंत्री श्री सिंह ने 68वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का किया शुभारंभ

भोपाल
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह ने गुरूवार को शासकीय सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भोपाल में आयोजित 68वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। यह प्रतियोगिता स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया एवं लोक शिक्षण संचालनालय के संयुक्त तत्वाधान में 2 जनवरी से 7 जनवरी तक आयोजित की जा रही है। प्रतियोगिता में 35 प्रदेशों के लगभग 1391 छात्र हॉकी एवं शूटिंग खेलों में भाग लेंगे।

मंत्री श्री सिंह ने प्रतिभागियों, उनके पालकों एवं प्रशिक्षकों का मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्वागत करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत की विविधता को दर्शाता है। विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों, पहनावे एवं धार्मिक मान्यताओं का संगम हुआ है। श्री सिंह ने कहा कि खेल में जीत महत्वपूर्ण है, लेकिन पराजय के बाद पूरी तैयारी और नई चुनौती के साथ आगे बढ़ना ही असली खेल भावना है। उन्होंने कहा कि विजेता को बधाई मिलनी चाहिए, लेकिन हारने वाले भी अगली बार के लिए मेहनत करें तो जीत सुनिश्चित होगी।

मंत्री श्री सिंह ने कहा कि भोपाल को हॉकी की राजधानी कहा जाता है। यहां से कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है। हॉकी ने सबसे अधिक गोल्ड मेडल दिलाने में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शुरू हुए फिट इंडिया मूवमेंट के बाद देश में खेल क्रांति आई है। ओलंपिक, वर्ल्ड गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में भारत का प्रदर्शन बेहतर हुआ है। मंत्री श्री सिंह ने युवा प्रतिभाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि छोटे आयोजनों से बड़े खिलाड़ी निकलते हैं, जैसे हाल ही में मनु भाकर ने विश्व स्तर पर भारत का नाम रोशन किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में खेल गतिविधियों, बुनियादी सुविधाओं और अधोसंरचना का विकास किया जा रहा है। शासकीय विद्यालयों में भी खेल सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। आने वाले समय में मध्यप्रदेश खेलों के लिए एक आदर्श प्रदेश बनेगा।

इस अवसर पर नेशनल स्कूल गेम्स के ऑब्जर्वर डॉ. मुकेश अग्रवाल, आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय श्रीमती मनीषा सेतिया, और संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संचालनालय श्री अरविंद चोरगड़े भी उपस्थित रहे।

 

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