रायपुर जिला

भगवा ध्वजा से पटा शहर, दूधाधारी मठ में भजन प्रभात से शुरुआत, मंदिरों में गूंजेंगे भजन, ननिहाल में सुंदरकांड का पाठ; मंदिरों की सुरक्षा बढ़ाई गई

 रायपुर-अयोध्या में बुधवार को राम मंदिर शिलान्यास में महज कुछ घंटे ही बाकी रह गए हैं। ऐसे में भगवान राम के ननिहाल कौशलपुर (छत्तीसगढ़) में राम मय हो गया है। रायपुर सहित बस्तर में भी जगह-जगह भगवा ध्वज लहरा रहे हैं। रायपुर के पास चंदखुरी स्थित माता कौशल्या के मंदिर में पूरे दिन राम रक्षा स्रोत का पाठ होगा। वहीं मंदिर भजन से गूंजते रहेंगे। दूसरी ओर मंदिरों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दूधाधारी मठ भजन प्रभात की शुरुआत हो गई है।

रायपुर स्थित दूधाधारी मठ में बुधवार को भजन प्रभात की शुरुआत हो गई है। इसमें मठ के महंत रामसुंदर दास जी के 21 ब्राह्मण पूजन और आरती कर रहे हैं। कौशल्या के राम के नाम इस भजन प्रभात में संसदीय सचिव विकास उपाध्याय भी पहुंचे और पूजन में शामिल हुए। उनके साथ कई कांग्रेस कार्यकर्ता भी थे। इसके बाद शहर में दिवाली मनाई जाएगी।

कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है। मंडलियों को कुछ स्थानों पर भजन गाने की अनुमति दी गई है। वीआईपी रोड स्थित राम मंदिर में शाम 6 बजे 9 हजार दीये जलाए जाएंगे। यहां राम स्तुति होगी। रात 9 बजे आरती और उसके बाद विशेष आतिशबाजी की जाएगी। संक्रमण को देखते हुए मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं होगी।

जिस समय अयोध्या में भूमिपूजन होगा, तब चंदखुरी मंदिर में सुंदरकांड, बालकांड और हनुमान चालीसा की चौपाइयां गूंजेंगीं। रात में मंदिर परिसर दीपों से रोशन किया जाएगा। पुजारी गणेश शर्मा ने बताया कि अयोध्या में मंदिर बनने की खुशी पूरे गांव में छाई है। इसी खुशी में सुंदरकांड पाठ होगा। रात में दीप प्रज्जवलन के बाद प्रसाद बांटा जाएगा।

स्थानीय लोग बताते हैं कि श्रीराम को राजगद्दी सौंपकर माता कौशल्या, माता कैकेयी और माता सुमित्रा कौशल प्रदेश आ गई थीं। माता कौशल्या का मंदिर जलसेन तालाब के बीच में स्थित है। यह तालाब करीब 16 एकड़ में फैला है। मंदिर के गर्भगृह में मां कौशल्या की गोद में बालरूप में भगवान श्रीराम की प्रतिमा है। गांव से कुछ दूर नगपुरा गांव में माता कैकेयी और माता सुमित्रा के मंदिर भी हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर आम जनता के लिए एक वीडियो संदेश जारी किया है। इसमें उन्होंने सभी को दीपावली की तरह राम मंदिर शिलान्यास एक उत्सव के रूप में मनाने के लिए कहा है। पूर्व सीएम ने कहा, 500 साल बाद यह अवसर आया है। छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है। इसलिए भी अयोध्या की तर्ज पर प्रदेश में अपने मोहल्ले और गली-गली को भगवा ध्वज से सजाएं।

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