दुर्ग- मछली पालन विभाग को विभिन्न सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि इन दिनों प्रदेश में कुछ अशासकीय संस्थाओं/फर्म द्वारा मत्स्य कृषकों की भूमि पर तालाब निर्माण करवा कर मछली पालन का व्यवसाय करवाने के नाम पर विभिन्न योजनाएं प्रसारित की जा रही है। इन संस्थाओं द्वारा मत्स्य कृषकों से एक बड़ी राशि लेकर उनकी ही भूमि पर मत्स्य पालन का व्यवसाय करने एवं उन्हें एक निश्चित मासिक आय का प्रलोभन दिया जा रहा है। ‘‘काॅनट्रेक्ट फाॅर्मिंग’’ या ‘‘राशि दो गुना करने’’ जैसे नाम से ये प्रस्ताव ऐसे फम्र्स दे रही है।
सर्वसाधारण एवं मत्स्य पालकों को सूचित किया जाता है कि मछली पालन विभाग अथवा छत्तीसगढ़ शासन ऐसी किसी भी योजना से स्वयं विचार कर एवं वैधानिक/ आर्थिक पक्षों को भलिभांति समझ बुझकर ही राशि निवेश करे अन्यथा शासन या मछली पालन विभाग किसी प्रकार से जिम्मेदार नहीं होगा।